नई दिल्लीः आज आधिकारिक तौर पर विराट कोहली के इंग्लैंड के तीसरे दौरे की शुरुआत हो रही है। वह इससे पहले दो बार टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए इंग्लैंड गए हैं - 2014 और 2018 में, जहां उन्होंने बल्ले से मिली-जुली सफलता का स्वाद चखा। 2014 के भयावह दौरे पर कोहली ने 10 पारियों में सिर्फ 134 रन बनाए थे लेकिन उन्होंने अगले चार साल बाद पांच टेस्ट मैचों में 593 रन बनाए। अब कोहली फिर से इंग्लैंड में हैं जहां शुक्रवार से उनकी टीम साउथेम्प्टन के एजेस बाउल में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलेगी। सभी की निगाहें कोहली पर होंगी, जो कप्तान के रूप में अपना पहला आईसीसी खिताब चाहते हैं।
2016 और 2018 के बीच, कोहली अलग ही फॉर्म में थे, वे दुनिया भर में शतकों के ढेर लगा रहे थे। इन तीन वर्षों में, कोहली ने 25 टेस्ट मैचों में 2016 में 75.33 के औसत से, 2017 में 75.64 और 2018 में 55.08 के औसत के साथ 3596 रन बनाए थे। हालांकि, अगर 2019 और अब के बीच का समय देखा जाए तो भारत के कप्तान के लिए इतना अच्छा नहीं रहा।
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2019 की शुरुआत के बाद से 14 टेस्ट में कोहली 1000 से कम रन ही बना पाए हैं। उन्होंने 2019 में 612, 2020 में 116 और 2021 में अब तक 172 रन बनाए हैं, जिससे उनकी संख्या 900 रन हो गई है। 2019 में उनका औसत फिर भी प्रभावशाली 68 का था, पर 2020 में 19.33 तक गिर गया और वर्तमान में 28.66 पर है। साथ ही, नवंबर 2019 आखिरी बार था जब कोहली ने अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया था। कोहली कहते हैं उनको इससे कोई फर्क नहीं पड़ता और उन्होंने पहले ही काफी शतक बना लिए हैं पर सच्चाई यह है कि ये आंकड़े थोड़े चिंताजनक तो हैं ही।
इस दौरान कोहली विदेशी पिचों पर और भी असफल रहे हैं। पिछले दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट में अपनी 74 रनों की पारी को छोड़कर, कोहली ने 2020 की शुरुआत के बाद से टेस्ट में शेष पांच पारियों में से किसी में भी 20 से अधिक रन नहीं बनाए हैं। 2020 के बाद से कोहली का औसत फिसल गया है। ओवरसीज टेस्ट औसत 19.33 है, जो 250 गेंदों या उससे अधिक का सामना करने वाले 63 बल्लेबाजों में सबसे कम है।
इतना ही नहीं टेस्ट में देश के सबसे सफल कप्तान होने के बावजूद, कोहली इंग्लैंड और न्यूजीलैंड में कप्तान के रूप में सात में से छह टेस्ट हार गए हैं जो एक और चिंताजनक आंकड़ा है। कोहली को अपने प्रतिद्वंद्वी टिम साउथी के खिलाफ नजर रखनी होगी। न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के कप्तान को सबसे ज्यादा आउट किया है। साउथी ने कोहली को 10 बार आउट किया है।