दूसरी ओर, बेंगलुरू का पदार्पण सीजन में ही खिताब तक पहुंचने का सपना टूट गया। चेन्नई को दूसरी बार आईएसएल खिताब दिलाने में मेलसन आल्वेस (17वें और 45वें) तथा रफाएल अगस्तो (67वें) का अहम रोल रहा। बेंगलुरू ने हालांकि अपने कप्तान छेत्री द्वारा नौवें मिनट में किए गए गोल की मदद से बढ़त हासिल की थी लेकिन इसके बाद का खेल पूरी तरह चेन्नई के नाम रहा। बेंगलुरू के लिए दूसरा गोल इंजुरी टाइम में मीकू ने किया। पहले ही प्रयास में खिताब का सपना लेकर मैदान पर उतरे छेत्री ने बेंगलुरू को नौवें मिनट में ही सफलता दिला दी थी। छेत्री ने इस सीजन का अपना 14वां गोल मीकू और उदांता सिंह के सम्मिलित प्रयासों के बाद किया।
मीकू ने दाएं छोर पर उदांता को एक सटीक पास दिया, जिसे लेकर उदांता ने तेजी से दौड़ लगाई और सही समय पर गेंद को बॉक्स की ओर रवाना कर दिया। मेलसन ने उसे रोकने का प्रयास किया लेकिन वह नाकाम रहे।गेंद उन्हें पार करते हुए छेत्री की ओर बढ़ी, जिन्होंने सूझबूझ दिखाते हुए बेहतरीन हेडर के जरिए गेंद को पोस्ट में डाल दिया। पूरा कांतिरावा स्टेडियम और बेंगलुरू के खिलाड़ी जश्न में डूब गए। अपने फारवर्डो के दम पर बेंगलुरू ने पहली जंग जीत ली थी लेकिन उसे शायद पता नहीं था कि चेन्नई की टीम भी पूरी तैयारी के साथ आई थी। 17वें मिनट में चेन्नई ने एक बेहतरीन मूव बनाया और बराबरी का गोल करते हुए मेजबान टीम को सन्न कर दिया।
चेन्नई के लिए यह गोल मेलसन ने ग्रेगरी नेल्सन द्वारा लिए गए हेडर पर किया। नेल्सन ने बाएं छोर से हेडर लिया, जिस पर मेलसन ने अन्य खिलाड़ियों से ऊंचा उठते हुए एक बेहतरीन हेडर लिया और गेंद को पोस्ट में डालकर अपनी टीम को बहुत सही समय पर बराबरी दिला दी। मेलसन का यह इस सीजन का तीसरा गोल था। इसके बाद कोई बड़ा मौका नहीं बना। 22वें मिनट में नेल्सन को पीला कार्ड मिला। 30वें मिनट में हालांकि बेंगलुरू को आगे निकलने का मौका मिला था लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।