वह कहती हैं, "पिता ने हमेशा मेरा साथ दिया और मेरा उत्साह भी बढ़ाया। परंतु मैं उनसे आर्थिक सहयोग की उम्मीद नहीं कर सकती।" सामाजिक कार्यकर्ता विजय मिश्रा के मुताबिक, "मंदाकिनी एक अद्भुत भारोत्तोलक हैं। मैंने उनकी प्रतिभा को बहुत पहले पहचान लिया था तबसे मैं उनके उपकरणों और प्रशिक्षण पर आने वाले खर्च का वहन कर रहा हूं।
"इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।