जमैका के उसैन बोल्ट ने बर्लिन में 200 मीटर दौड़ में भी अपना ही रिकॉर्ड 19.19 सेकेंड के साथ तोड़ दिया है. थंडर बोल्ट के नाम से मशहूर जमैका के धावक उसैन बोल्ट ने एक बार फिर अपने ही कीर्तिमान को तोड़ते हुए 200 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीत लिया है.
उन्होंने बर्लिन में हो रही विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ये दौड़ 19.19 सेकेंड में पूरी कर ली और एक बार फिर उनको किसी और धावक से कोई चुनौती नहीं मिली बल्कि ऐसा लग रहा था कि मुक़ाबला रजत और काँस्य पदक के लिए ही था.
बोल्ट ने शुरुआत काफ़ी अच्छी की और जल्दी ही बढ़त बना ली थी. बोल्ट ने रविवार को 100 मीटर दौड़ में भी अपना ही रिकॉर्ड 9.58 सेकेंड के साथ तोड़ दिया था. उन्होंने 100 और 200 मीटर के ये रिकॉर्ड पिछले साल बीजिंग ओलंपिक में बनाए थे.
बर्लिन में 200 मीटर का रजत पदक पनामा के अलोंसो एडवर्ड को मिला जिन्होंने ये दूरी 19.81 सेकेंड में पूरी की. काँस्य पदक अमरीका के वॉलेस स्पीयरमैन ने जीता और उन्होंने ये दूरी 19.85 सेकेंड में पार की.
क़ामयाब कोशिश
जीत के बाद बोल्ट ने कहा कि वह थके हुए थे मगर फिर भी उन्होंने सोचा कि वह अपनी ओर से पूरी कोशिश करेंगे और आख़िर उनकी कोशिश क़ामयाब हुई.
पूरा स्टेडियम साँस रोके ये दौड़ देख रहा था मगर शुरुआत में ही लोगों को लग गया कि उसैन का किसी से भी मुक़ाबला नहीं है, एक बार फिर शायद वह ख़ुद से ही मुक़ाबला कर रहे थे.
बोल्ट ने ये उपलब्धि जन्मदिन से एक दिन पहले हासिल की है और पिछले साल 20 अगस्त को ही उन्होंने बीजिंग में 200 मीटर में रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता था.
बीजिंग ओलंपिक में उसैन की इसलिए आलोचना हुई थी कि जब उन्हें दौड़ के दौरान ही जीत का विश्वास हो गया था तो वह थोड़े सुस्त हो गए थे और इसे उनके घमंड के तौर पर भी देखा गया था मगर बर्लिन में 100 और 200 मीटर की दौड़ उन्होंने पूरी जान लगाकर पूरी की और शायद यही वजह थी कि उन्होंने ये रिकॉर्ड अच्छे अंतर से तोड़े.
बोल्ट ने बीजिंग में 100 मीटर की दूरी 9.69 सेकेंड में और 200 मीटर की दूरी 19.30 सेकेंड में पूरी की थी. जीत के बाद बोल्ट ने जमैका का झंडा उठाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और लोगों से हाथ भी मिलाया.