तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts

गोल्ड अंगुलियों से फिसल गया, नोएडा के DM ने कहा- जिंदगी में कभी इतना खुश और निराश नहीं हुआ

नई दिल्लीः भारतीय प्रशासनिक सेवा यानी आईएएस अधिकारी और देश के पैरा शटलर सुहास यतिराज टोक्यो 2020 के बैडमिंटन इवेंट में गोल्ड मेडल से बहुत बारीक अंतर से चूक गए। उनको दो बार के वर्ल्ड चैंपियन लुकास मजूर ने पुरुषों के एसएल 4 क्लास फाइनल मुकाबले में 21-15, 17-21, 15-21 से हरा दिया। सुहास एक समय इस मैच को पूरी तरह से जीतने की ओर बढ़ रहे थे और उन्होंने पहला गेम जीत लिया था।

दूसरे और तीसरे गेम में अच्छा खेल रहे थे लेकिन अंत में चीजें फ्रांस के वर्ल्ड चैंपियन लुकास के हित में गई और सिराज को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा।

गोल्ड हाथ में आकर फिसल गया जैसे-

गोल्ड हाथ में आकर फिसल गया जैसे-

38 साल के नोएडा के जिला अधिकारी अपनी इस उपलब्धि से खुश भी है और बहुत ज्यादा निराश भी। उनका कहना यह है कि उन्होंने अपनी जिंदगी में इससे पहले एक ही समय निराशा और खुशी को एक साथ इस तरह से अनुभव नहीं किया। सुहास ने मेडल जीतने के बाद एक वीडियो मैसेज पोस्ट किया है जो कि पैरालंपिक कमेटी ऑफ इंडिया के द्वारा आयोजित किया गया था। वह कहते हैं, "यह बहुत ही भावुक क्षण है। मैं इससे पहले कभी भी अपनी जिंदगी में एक साथ इतना निराश और इतना खुश नहीं हुआ। मैं बहुत खुश हूं क्योंकि मैंने सिल्वर मेडल जीता और बहुत ज्यादा निराश हूं क्योंकि मैं गोल्ड मेडल जीतने से बहुत बड़े ही मामूली अंतर से चूक गया।"

भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में रच दिया इतिहास, ये है 19 पदक विजेताओं की ऐतिहासिक लिस्ट

सिल्वर पर भी है बहुत गर्व- सुहास

सिल्वर पर भी है बहुत गर्व- सुहास

सुहास वैसे तो दिखने में ठीक-ठाक लगते हैं लेकिन उनके टखने में कमी है जिसके चलते वे दिव्यांग श्रेणी में ही आते हैं और उनको पूरी उम्मीद थी कि वह टोक्यो में भारत का राष्ट्रीय गान बजवाने में कामयाब रहेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और क्योंकि गोल्डन उंगली से फिसल गया। SL4 क्लास सिंगल्स में विश्व नंबर 3 पर मौजूद इस खिलाड़ी का कहना है कि- हां, आप गोल्ड मेडल के लिए ही प्रार्थना करते हैं तो इसी के लिए आप ट्रेनिंग लेते हैं और यही आपकी आशा होती है, यही आपका सपना है। जैसा कि मैं कह चुका हूं मैं जिंदगी में कभी इतना निराश और खुश नहीं हुआ। इतना ज्यादा करीब आया हूं मैं लेकिन जीत नहीं पाया पर फिर भी एक पैरालंपिक मेडल छोटी बात नहीं है और मैं इसके लिए काफी गर्व महसूस करता हूं जो मैंने इन पिछले दिनों में हासिल किया।"

Tokyo Paralympics: Noida DM Suhas Yathiraj wins silver, CM Yogi congratulates | वनइंडिया हिंदी
इंजीनियर, IAS, पैरालंपिक मेडलिस्ट-

इंजीनियर, IAS, पैरालंपिक मेडलिस्ट-

सिराज पढ़ाई में एक कंप्यूटर इंजीनियर रहे हैं और वे 2007 में आईएएस ऑफिसर बने थे। वह नोएडा के डीएम रहते हुए कोविड-19 महामारी से लड़ने में अहम भूमिका अदा कर रहे हैं और उन्होंने अपनी ट्रेनिंग का भी साथ-साथ समय निकाला है जिसके लिए उनकी जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है। सुहास अपने खेल करियर में अभी तक 5 गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। 4 सिल्वर उनके खाते में आए हैं और 7 बार ब्रॉन्ज मेडल उन्होंने इंटरनेशनल कंपटीशन में जीता। वे अपने खेल करियर में इस पैरालंपिक मेडल को सबसे खास मानते हैं क्योंकि वह कहते हैं किसी भी खिलाड़ी के लिए ओलंपिक और पैरालंपिक से ऊंचा कुछ भी अचीवमेंट नहीं होता तो यह मैडम मेरे लिए पूरी दुनिया हासिल करने के समान है।

Story first published: Sunday, September 5, 2021, 15:35 [IST]
Other articles published on Sep 5, 2021
POLLS
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Yes No
Settings X