मैनचेस्टर में भारत और पाकिस्तान के बीच मुक़ाबले में पाकिस्तान की हार के बाद सोशल मीडिया पर तमाम पाकिस्तानी फैंस अपना दुख जताते हुए नज़र आए थे.
ऐसे ही एक फैन मोमिन साक़िब ने मैच के बाद अपनी भावनाएं ज़ाहिर की थीं. चुटीले पंचों और कॉमिक टाइमिंग से लैस उनकी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर वायरल हो गई.
इसके बाद से इंटरनेट पर लोगों के बीच उन्हें लेकर एक तरह की दिलचस्पी पैदा हो गई है.
साक़िब के फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल के मुताबिक़, उनके नाम किंग्स कॉलेज लंदन की लंदन स्टूडेंट यूनियन के पहले ग़ैर-यूरोपीय अध्यक्ष बनने का रिकॉर्ड दर्ज है.
वह कॉलेज काउंसिल के भी सदस्य रह चुके हैं जो कि उनके विश्वविद्यालय की सबसे बड़ी गवर्निंग बॉडी थी. सोशल मीडिया पर उनका वीडियो वायरल होने के बाद क़यास लगाए जा रहे थे कि वो एक कॉमेडियन, यूट्यूबर या ब्लॉगर हैं.
लेकिन बीबीसी हिंदी के साथ बातचीत में उन्होंने बताया है कि वह यूट्यूबर या ब्लॉगर नहीं हैं.
मोमिन कहते हैं, "मैं एक सामान्य व्यक्ति हूं. स्नैपचैट पर अपने वीडियो प्रकाशित करता हूं. लेकिन मेरे वीडियो को दस हज़ार लोग देखते हैं. हमारे लोगों को लगता है कि आप अगर गंभीर पढ़ाई करते हैं तो आप एक्टिंग नहीं कर सकते या आप एक्टिंग करते हैं तो गंभीर पढ़ाई नहीं कर सकते. हमारे लोगों को अपनी सोच बदलने की ज़रूरत है."
हिंदुस्तानियों की बात करते हुए मोमिन कहते हैं, "मैं अपने भारतीय दोस्तों से कहना चाहता हूं कि अपने अंदर थोड़ी सहिष्णुता लाएं. हमें बातचीत करके मसलों को हल करना चाहिए. हम एक ऐसी रणनीतिक जगह पर हैं जहां से हम पूरी दुनिया पर राज कर सकते हैं. आप लोग थोड़ी मोहब्बत तो करके देखें और हम भी कर रहे हैं."
इसके साथ ही अपने वीडियो पर मिल रही प्रतिक्रियाओं पर उन्होंने कहा कि हमें बहुत अच्छी प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं और कुछ ऐसे संदेश भी आ रहे हैं जिनमें गाली-गलौच का इस्तेमाल किया गया है.
मैं कहना चाहता हूं कि लोगों को गाली-गलौच का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. लेकिन जब आप कोई बड़ा काम करने निकलते हैं तो दुनिया ग़लत मंशा से आपकी आलोचना भी करते हैं.
ऐसे में ज़रूरी ये है कि आप उसका सामना करें. हम अपनी टीम और क्रिकेट की बेहतरी के लिए ये सब कर रहे हैं. लेकिन जिस इंसान ने ग़लत मंशा के साथ की गई आलोचना का सामना करना नहीं सीखा वो इंसान दुनिया में क्या कर सकता है.
मोमिन साक़िब ने मैच में हार के बाद जो प्रतिक्रिया दी थी उसमें उन्हें पाकिस्तानी टीम के कप्तान सरफ़राज़ की तोंद पर भी टिप्पणी की है.
बीबीसी से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा है, "मैं बॉडी शेमिंग के ख़िलाफ़ हूं. मैं रचनात्मक आलोचना के पक्ष में हूं."
"समस्या जम्हाई लेने से नहीं है, बल्कि जम्हाई क्यों आ रही है, इस बात से समस्या है. आपके इंडिया में एसीपी प्रद्युम्न हैं. मैं उनका बहुत बड़ा फैन हूं. इसकी जांच होनी चाहिए कि क्या खाना ज़्यादा खाया, क्या नींद पूरी नहीं हुई, मुझे लगता है कि अब इस केस को सीआईडी को देना ही पड़ेगा."
इमरान ख़ान के ट्वीट पर बात करते हुए मोमिन ने कहा कि इमरान ख़ान ने ट्वीट किया था लेकिन लंदन में बारिश की वजह से वो ट्वीट सरफ़राज़ तक पहुंचने में लेट हो गया.