केएल राहुल-
केएल राहुल ने इस दौरे पर शुरुआत तो अच्छी की लेकिन जब लीड्स की मुश्किल परिस्थितियां आई तो सबसे बुरी तरह असफल भी साबित हुए और एक बार फिर से उन्होंने सिद्ध कर दिया कि टीम उन पर आंख बंद करके भरोसा बहुत लंबे समय तक नहीं कर सकती है। हालांकि उनको मौका जरूर मिलेगा क्योंकि वह अच्छा प्रदर्शन कर चुके हैं और एक खराब टेस्ट मैच के बाद उनसे वापसी की उम्मीद होगी।
रोहित शर्मा-
रोहित शर्मा इस समय ऐसे बल्लेबाज हैं जिनसे केएल राहुल को सबक लेना चाहिए और टीम के बाकी बल्लेबाज भी उनसे प्रेरित हो सकते हैं क्योंकि अकेले रोहित ही इस समय सबसे निरंतर बल्लेबाज साबित हुए हैं। उन्होंने तीसरे टेस्ट मैच में भी ठीक-ठाक बैटिंग की थी और एक अर्धशतक लगाया था हालांकि वे इंग्लैंड की धरती पर अभी भी अपने शतक को खोज रहे हैं।
चेतेश्वर पुजारा-
चेतेश्वर पुजारा की विदाई वैसे तो तय थी लेकिन उन्होंने करो या मरो की हालत में करियर बचाने वाली पारी खेलते हुए हेडिंग्ले में किसी तरह 91 तेज रन बना दिए। अगर पुजारा टुकटुक करके खेलते तो वह 91 रन भी ना बन पाते लेकिन उन्होंने गियर बदलकर बैटिंग की जिसका उनको फायदा हुआ। हालांकि जब भारतीय टीम को उनसे रनों की दरकार थी तब वह दोबारा फेल हो गए और अपने 91 रनों के स्कोर में कुछ भी नहीं जोड़ सके जिसके बाद हमको दूसरी पारी में भी भारत का बुरा कॉलेप्स देखने को मिला। अब जब पुजारा को मौका मिलेगा तो देखने वाली बात यह है कि वह टुकटुक पर दोबारा खेलेंगे या फिर जिस अंदाज ने उनको 91 रन दिए उसी प्रकार से खेलते रहेंगे।
विराट कोहली-
विराट कोहली बल्लेबाजी के मोर्चे पर बुरी तरह जूझ रहे हैं क्योंकि उन्होंने भी पुजारा के साथ मिलकर अच्छी पारी खेली थी लेकिन बात वही हुई कि जब भारत को अगले दिन उनकी जरूरत थी तो वह भी चलते बने। घूमती हुई गेंदों पर उनकी तकनीक संदेह के दायरे में है और यहां पर जेम्स एंडरसन एंड कंपनी इसका पूरा फायदा उठाती हुई दिख रही है।
अजिंक्य रहाणे
अजिंक्य ऐसे बल्लेबाज हैं जो केएल राहुल की तरह हेडिंग्ले में कुछ नहीं कर पाए थे और उनको यह समझना होगा कि सीनियर होने के नाते टीम उनसे अधिक संजीदगी की उम्मीद करती है। केएल राहुल ने लॉर्ड्स टेस्ट की दूसरी पारी में 61 रन क्या बना लिए उन्होंने अपने आप को हीरो समझते हुए सोशल मीडिया पर आलोचकों का मजाक उड़ाने वाला पोस्ट भी डाला था। हालांकि अगले ही मैच में रहाणे की कलई फिर खुल गई और अब भारत को देखना होगा कि यह बल्लेबाज कुछ निरंतर रन बनाता है या फिर नहीं।
ऋषभ पंत-
बल्लेबाज ऋषभ पंत की हालत सबसे खराब है क्योंकि वह तो सुपर हीरो की इमेज लेकर विदेशी धरती पर जाते हैं और घूमती गेंदों पर सबसे दोयम दर्जे के बल्लेबाज भी वही साबित हुए हैं। उनकी बैटिंग तकनीक में गंभीर खामियां हैं जो कि डिफेंस करना नहीं जानती और अटैक वह नहीं कर पा रहे हैं। इस बार देखना होगा ऋषभ पंत मध्यक्रम में क्या कमाल दिखाते हैं।
रविचंद्रन अश्विन-
भारत अपने सबसे भरोसेमंद स्पिनर को जरूर शामिल करेगा इस बात की संभावनाएं प्रबल है। इससे पहले अश्विन ने यहां पर काउंटी खेलते हुए अच्छे प्रदर्शन को किया हुआ है जिसको दोहराने की उम्मीद हम सब यहां कर रहे हैं क्योंकि इंग्लैंड की टीम के पास काफी उल्टे हाथ के बल्लेबाज भी हैं।
शार्दुल ठाकुर-
शार्दुल ठाकुर अनुभवी इशांत शर्मा की जगह पर आ सकते हैं और ओवल की फ्लैट विकेट पर निचले मध्यक्रम में टीम को बैटिंग भी दे सकते हैं। इशांत शर्मा इस समय जैसी गेंदबाजी कर रहे हैं उसके हिसाब से शार्दुल ठाकुर वैसी ही बॉलिंग कर ले तो भी काम चल जाएगा क्योंकि ठाकुर के पास कहीं अधिक अच्छी बैटिंग क्षमता मौजूद है।
'किसी ने मुझसे पूछा, क्या हेडिंग्ले टेस्ट ईशांत शर्मा का अंतिम मैच है? मैं हैरान रह गया'
मोहम्मद शमी-
जिस तरीके से बल्लेबाजी में रोहित शर्मा है गेंदबाजी में उसी तरीके से मोहम्मद शमी है जिनको बहुत ज्यादा हाइप तो नहीं मिलती लेकिन वह लगातार अपना काम करते रहते हैं और भारतीय टीम की गेंदबाजी के बहुत ही अहम हिस्से बने हुए हैं। वे एक भरोसेमंद बॉलर है फिटनेस उनकी बेहतरीन है और इंग्लैंड की टीम को उनके खिलाफ अच्छे से तैयारी करने की जरूरत है शमी की लय बढ़िया है और वे कभी भी खतरनाक साबित हो सकते हैं।
मोहम्मद सिराज-
मोहम्मद सिराज भारतीय गेंदबाजी के नए सितारे हैं और देखना होगा की प्लैट विकेट पर भी किस तरह की बॉलिंग कर पाते हैं। उनको विराट कोहली का भरोसा भी हासिल है।
जसप्रीत बुमराह-
जसप्रीत बुमराह को तेज गेंदबाजी का लीडर कहा जाता है। हालांकि मोहम्मद शमी सही मायनों में यह काम करते हैं लेकिन अपने नाम के रुतबे के मुताबिक बुमराह इस सीरीज में अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। वे हमेशा खतरनाक साबित नहीं होते लेकिन उनमें पैनापन तो है। भारतीय टीम एक बार फिर से धारदार गेंदबाजी की उम्मीद कर रही होगी।
भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन इस प्रकार रहेगी- रोहित शर्मा, के एल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत, रविचंद्रन अश्विन, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह