इंग्लैंड की सरजमीं पर बनाया सबसे बड़ा रिकॉर्ड
इसके साथ ही इस भारतीय जोड़ी ने इंग्लैंड की सरजमीं पर 9वें विकेट के लिये की गई सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है। इतना ही नहीं इस जोड़ी ने विदेशी सरजमीं पर भारत की ओर से 9वें विकेट के लिये की गई सबसे बड़ी साझेदारी के रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली है। विदेशी सरजमीं पर 9वें विकेट के लिये सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड किरण मोरे (नाबाद 67) और एसएलवी राजू (31) के नाम था जिन्होंने 1991-92 के सेशन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए मेलबर्न के मैदान पर 77 रनों की साझेदारी की थी।
13 साल में पहली बार 9वें विकेट ने की अर्धशतकीय साझेदारी
इसके साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम के लिये पिछले 13 सालों में पहली बार निचले बल्लेबाजी क्रम से इतनी बड़ी साझेदारी देखने को मिल रही है। भारत के लिये आखिरी बार 9वें विकेट के लिये खिलाड़ियों ने 13 साल बाद सेना देशों में अर्धशतकीय साझेदारी की थी। भारत के लिये 2008 में वीवीएस लक्ष्मण और आरपी सिंह ने पर्थ के मैदान पर अर्धशतकीय साझेदारी की थी। इसके साथ ही इस जोड़ी ने भारत के लिये 9वें विकेट के लिये सबसे ज्यादा रनों की साझेदारी करने के मामले में टॉप 10 में जगह बना ली है और विदेशी सरजमीं पर 9वें विकेट के लिये सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड अपने नाम करने की ओर है।
भारत के लिये 9वें विकेट की साझेदारी का सबसे बड़ा रिकॉर्ड डीएन सरदेसाई (212) और ईएस प्रसन्ना (25) के नाम हैं जिन्होंने किंग्सटन के मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ 122 रनों की साझेदारी की थी।
शमी ने ठोंका करियर का दूसरा अर्धशतक
पांचवे दिन के लंच का खेल होने तक भारतीय टीम ने 8 विकेट खोकर 286 रनों का स्कोर खड़ा कर लिया है, जिसमें मोहम्मद शमी (52) और जसप्रीत बुमराह (30) टीम के लिये रन बटोरते नजर आ रहे हैं। इस दौरान मोहम्मद शमी ने इंग्लैंड के गेंदबाजों को जबरदस्त तरीके से पीटने का काम किया और 5 चौके , एक छक्के की मदद से नाबाद 52 रनों की पारी खेली है। मोहम्मद शमी ने अपने टेस्ट करियर का दूसरा अर्धशतक पूरा किया है और यह दूसरा अर्धशतक भी इंग्लैंड के खिलाफ ही आया है। शमी ने इससे पहले साल 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ अर्धशतक ठोंका था। वहीं पर बुमराह ने भी अपनी पारी में शानदार डिफेंस का नजारा दिखाते हुए नाबाद 30 रनों की पारी खेली। इस दौरान उन्होंने दो चौके भी लगाये।