ओपनिंग रोहित और गिल को ही करनी चाहिए-
रोहित का घरेलू धरती पर रिकॉर्ड शानदार है और उन्होने दोहरे शतक के साथ 88 के औसत से रन बनाए हैं। यह उनको भारत में पहली पसंद का ओपनर बनाता है।
शुभमन गिल को घर पर टेस्ट में खेलने का अनुभव नहीं है लेकिन ऑस्ट्रेलिया में उनका हीरोज्म घरेलू धरती पर उनको खिलाने की सिफारिश पहले ही ला चुका है।
यहां रोहित के साथ ओपनिंग में दो बड़े दावेदार मयंक अग्रवाल और केएल राहुल हैं। मयंक ने ब्रिस्बेन में मध्यक्रम में बैटिंग की थी। जबकि केएल राहुल ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज खेले ही नहीं। ऐसे में उनके चांस गिल की तुलना में कम है। गिल को उनकी लय को भुनाने का पूरा मौका दिया जाना चाहिए क्योंकि वे शॉट खेलने में केएल राहुल जैसे खूबसूरत लगे हैं और मयंक की तुलना में कहीं अधिक आक्रामक हैं।
पुजारा-रहाणे के बीच कोहली की वापसी से बना मध्यक्रम-
इस ग्रुप में घर में पुजारा भारत के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उनको तीसरे पर जगह मिलनी ही है।
विराट कोहली बेटी के आगमन की खुशी के साथ फिर से क्रिकेट पिच पर बैटिंग करेंगे। उनका नंबर चार फिक्स है।
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केवल अजिंक्य रहाणे ही ऐसे बल्लेबाज हैं जिनका घरेलू रिकॉर्ड उतना बढ़िया नहीं है लेकिन जिस तरह से उन्होंने कप्तानी करके इतिहास बनाया है, उनका स्थान अभी कोई नहीं हिला सकता।
हालांकि मयंक अग्रवाल, हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत (जब साहा विकेटकीपर हों) की उपस्थिति उन पर लगातार दबाव बनाती है। उनको घर में सफल होना चाहिए वर्ना कुछ नाम पहले ही ताक में बैठे मिलेंगे।
ऑलराउंडर की जरूरत पडे़गी क्या?
हार्दिक पांड्या ने घर पर केवल एक बार टेस्ट खेला है और तब 2018 में अफगानिस्तान के खिलाफ 71 रन जड़े थे। हार्दिक बतौर बल्लेबाज भी ताकतवर हैं। वह गेंदबाजी के तौर पर भी ठीक-ठाक है, भले ही बेन स्टोक्स जैसे ना हों।
लेकिन अगर हम पूरी फिट टीम की बात करें तो रविंद्र जडेजा नंबर 7 पर होंगे और पंत को कीपिंग करा दी जाए तो भारत की बैटिंग पहले ही काफी मजबूत हो चुकी होगी, इसलिए पांड्या को मिस करना पड़ेगा।
विकेटकीपिंग- पंत या साहा?
ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया में जो किया वह रिद्धिमान साहा की जगह खा गया लगता है। लेकिन साहा असली कीपर हैं तो भारत दोनों को एक साथ रखने के लिए ललचा सकता है। लेकिन टॉप के 5 बल्लेबाजों को आप छेड़ नहीं सकते और चार गेंदबाज पाटा विकेट पर कुछ कम लगते हैं इसलिए साहा या पंत में कोई एक ही खेलेगा। पंत को बाहर रखने की भूल करना आसान नहीं होगा लेकिन उनकी विकेटकीपिंग फिर से इस सीरीज में परखी जाएगी।
स्पिनर जोड़ी जो खुद को चुनती है-
आर अश्विन ने बढ़िया बैटिंग और बॉलिंग करके ऑस्ट्रेलिया में इज्जत हासिल की थी और घर में तो वे बहुत मुश्किल खिलाड़ी हैं। उनको बैटिंग में ऊपर भी जगह मिलेगी लेकिन जब जडेजा आएंगे तो वही टीम के पहले ऑलराउंडर विकल्प होंगे जो नंबर 7 पर खेलेंगे और दूसरे स्पिनर की भी भूमिका निभाएंगे।
कौन से तीन तेज गेंदबाज भारत खिलाएगा?
इशांत शर्मा को जगह मिलनी चाहिए क्योंकि भारत में बांग्लादेश के खिलाफ अंतिम टेस्ट में उन्होंने घातक बॉलिंग की थी। वे 300 विकेट के करीब भी हैं और अनुभवी भी। अगर शमी और उमेश यादव पहले टेस्ट के लिए फिट होते तो ईशांत के बाहर जाने के चांस थे क्योंकि दोनों का ही घरेलू रिकॉर्ड शर्मा से बेहतर है।
बुमराह का चुना जाना लाजिमी है। शमी को यादव पर वरीयता दी जानी चाहिए थी अगर वे फिट होते तो। तीसरे पेसर होने चाहिए मोहम्मद सिराज क्योंकि उनका भारत में लाल गेंद से रिकॉर्ड बढ़िया है। सिराज भारत के लंबे गेम प्लान का अहम हिस्सा होंगे इसलिए शुरुआती दो टेस्ट मैचों में उनका खेलना बनता है।
ये है घरेलू जमीन पर भारत की सबसे बेस्ट संभावित इलेवन (टेस्ट)-
रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत, रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह