अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh)
भारतीय क्रिकेट में अर्शदीप सिंह का नाम सबसे पहले चर्चा में तब आया था जब 2018 के अंडर 19 विश्वकप में इस गेंदबाज ने न्यूजीलैंड की सरजमीं पर शानदार गेंदबाजी से टीम को जीत दिलाई। अर्शदीप सिंह के पास गेंद को तेज फेंकने की ताकत है तो वहीं पर उनकी 6 फुट 3 इंच की हाइट भी काफी मददगार होती है। पंजाब किंग्स की टीम ने उन्हें आईपीएल 2020 की नीलामी में अपने खेमे में जोड़ा और उन्होंने 12 मैचों में 8.27 की इकॉनमी से 18 विकेट चटका दिये। अर्शदीप सिंह के पास पावरप्ले में नई गेंद के साथ शुरुआत करने के साथ ही डेथ ओवर्स में भी खतरनाक गेंदबाजी करने की प्रतिभा है। घरेलू क्रिकेट में वो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं जिसे देखते हुए उन्हें गेंदबाजी में भारतीय टीम से खेलने का दावेदार बनाती है।
देवदत्त पाड्डिकल (Devdutt Padikkal)
इस फेहरिस्त में अगला नाम देवदत्त पाड्डिकल का है जिन्होंने आईपीएल के पिछले 2 सीजन में शानदार प्रदर्शन कर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने की वजह से देवदत्त पाड्डिकल को साल 2020 में आरसीबी की टीम ने डेब्यू करने का मौका दिया और उन्होंने जबरदस्त शुरुआत करते हुए पहले ही सीजन में 473 रन बना डाले। पाड्डिकल ने अपने पहली ही सीजन में 5 अर्धशतक लगाये और 31.53 की औसत से रन बनाये। वहीं आईपीएल 2021 में 14 मैच खेलकर उन्होंने एक शतक और एक अर्धशतक के दम पर 411 रन बनाये। घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने के बाद पाड्डिकल ने आरसीबी के लिये खुद को एक भरोसेमंद ओपनर साबित किया जिसके चलते उन्हें श्रीलंका के खिलाफ भारतीय टीम में जगह मिली, हालांकि 2 मैचों में पाड्डिकल सिर्फ 38 रन ही बना सके। ऐसे में चयनकर्ता कीवी टीम के खिलाफ उन्हें एक और मौका दे सकते थे।
शेल्डन जैक्सन (Sheldon Jackson)
न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में जिन खिलाड़ियों को जगह मिलने चाहिये थी उसमें अगला नाम सौराष्ट्र के बल्लेबाज शेल्डन जैक्सन का है। जैक्सन को मौका देने के पीछे उनका आईपीएल रिकॉर्ड नहीं है बल्कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनका हालिया फॉर्म है। शेल्डन जैक्सन ने अपने पिछले 3 मैचों में लगातार तीन अर्धशतकीय (79*, 70, 62*) पारियां खेली हैं और अपने फर्स्ट क्लास करियर में लगभग 50 की औसत से रन बनाये हैं। जैक्सन आईपीएल 2021 में केकेआर की टीम का हिस्सा थे और जिस तरह से उनका प्रदर्शन जारी है वो मेगा ऑक्शन में काफी महंगा बिक सकते हैं। ऐसे में चयन समिति लंबे समय से मौके का इंतजार कर रहे इस खिलाड़ी को न्यूजीलैंड के खिलाफ मौका दे सकती थी और भविष्य की टीम के लिये एक विकल्प तैयार कर सकती थी।
रवि बिश्नोई (Ravi Bishnoi)
इस फेहरिस्त में अगला नाम युवा लेग स्पिनर रवि बिश्नोई का है जिन्होंने 2020 के अंडर 19 विश्वकप में शानदार गेंदबाजी कर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा था। अंडर 19 विश्वकप में रवि बिश्नोई सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबजा बने और महज 6 मैचों में 17 विकेट हासिल किये। उनकी शानदार गेंदबाजी को देखते हुए पंजाब किंग्स की टीम ने उन्हें अपने खेमे में शामिल किया और कोच अनिल कुंबले के नेतृत्व में उनकी गेंदबाजी की धार पैनी हो गई। पंजाब किंग्स की ओर से खेलते हुए रवि बिश्नोई ने आईपीएल 2020 में 14 मैच खेलकर 12 विकेट चटकाये तो वहीं पर आईपीएल 2021 में उन्हें सिर्फ 9 मैचों में मौका मिला और उन्होंने वहां पर भी 12 विकेट अपने नाम किये। बिश्नोई की सबसे खास बात रही उनका इकॉनमी रेट जहां पर उन्होंने सिर्फ 6.34 की औसत से ही रन दिये। बिश्नोई ने जिस तरह का प्रदर्शन किया है उससे साफ है कि वो अपनी गेंदबाजी से मैच का रुख कभी भी मोड़ने का दम रखते हैं। ऐसे में उन्हें मौका दिया जाना भारत के भविष्य के लिये अच्छा साबित हो सकता था।
चेतन साकरिया (Chetan Sakariya)
इस फेहरिस्त में आखिरी नाम भारतीय क्रिकेट के युवा गेंदबाज चेतन साकरिया का है जिन्होंने पिछले एक साल में अपने लिये काफी नाम कमाया है। चेतन साकरिया का नाम सबसे पहले चर्चा में तब आया जब सौराष्ट्र की टीम के लिये खेलते हुए उन्होंने पहले सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और फिर विजय हजारे ट्रॉफी में जबरदस्त प्रदर्शन किया जिसके चलते राजस्थान रॉयल्स की टीम ने आईपीएल 2021 की नीलामी में अपने खेमे से जोड़ा। साकरिया ने आईपीएल में राजस्थान के लिये डेब्यू किया और 8.17 की इकॉनमी से 12 मैचों में 14 विकेट चटका लिये। कोरोना वायरस के चलते आईपीएल 2021 में ब्रेक लगने के बाद इस खिलाड़ी को श्रीलंका के खिलाफ खेली गई द्विपक्षीय सारीज में डेब्यू का मौका मिला और 2 मैचों में वह एक ही विकेट हासिल कर सके। हालांकि जब आईपीएल के दूसरे लेग में उन्होंने वापसी की तो एक बार फिर से बेहतरीन प्रदर्शन किया जिसे देखते हुए चयनकर्ताओं को उन्हें एक और मौका देना चाहिये था।