3 दशक बाद पहली बार हुआ यह कारनामा
केएल राहुल ने जोहान्सबर्ग टेस्ट में अपने कप्तानी करियर का आगाज किया और पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन और सुनील गावस्कर की खास लिस्ट में शामिल हो गये हैं जिन्हें अपने कप्तानी करियर में सीमित ओवर्स से पहले टेस्ट क्रिकेट की कमान सौंपी गई थी। इस फेहरिस्त में आखिरी नाम मोहम्मद अजहरुद्दीन का रहा जिन्हें 1990 में वनडे कप्तानी के डेब्यू से पहले टेस्ट में कप्तानी संभाली थी। 1990 के बाद यह पहली बार हुआ है जब किसी खिलाड़ी को जो कि वनडे टीम की कमान संभालने वाला हो उसे टेस्ट का कप्तान बना दिया गया हो। उल्लेखनीय है कि साउथ अफ्रीका के इस दौरे पर खेली जाने वाली 3 मैचों की वनडे सीरीज के लिये शुक्रवार को टीम का ऐलान किया गया जिसमें केएल राहुल को कप्तान बनाया गया है। रोहित शर्मा हैमस्ट्रिंग इंजरी की वजह से चयन के लिये उपलब्ध नहीं हो सके हैं तो उनकी जगह केएल राहुल को यह जिम्मेदारी दी गई है, हालांकि जोहान्सबर्ग टेस्ट के लिये जब कोहली पीठ की दिक्कत के चलते खेल नहीं सके तो टेस्ट क्रिकेट में उन्हें कप्तानी का जिम्मा दिया गया। इस फेहरिस्त में मोहम्मद अजहरुद्दीन के अलावा सुनील गावस्कर, बिशन सिंह बेदी और अजीत वाडेकर का नाम भी शामिल है।
केएल राहुल ने लगाया खास तिहरा शतक
जोहान्सबर्ग टेस्ट में कप्तानी कर रहे सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने अपनी शानदार फॉर्म को इस मैच में भी जारी रखा है। सेंचुरियन टेस्ट में शतक लगाने के बाद केएल राहुल ने जोहान्सबर्ग टेस्ट में भी अर्धशतक पूरा कर लिया है और पारी को आगे बढ़ा रहे हैं। केएल राहुल ने 128 गेंदों का सामना कर अपने टेस्ट करियर का 13वां अर्धशतक पूरा किया। इसके साथ ही वो भारत के 8वें कप्तान बन गये हैं जिन्होंने कप्तानी के डेब्यू मैच में अर्धशतक लगाया है।
अपनी इस पारी के दौरान केएल राहुल ने 9 चौके लगाये और 42 टेस्ट मैचों की 71वीं पारी में चौकों का तिहरा शतक पूरा कर लिया है। इस मैच से पहले केएल राहुल को इस आंकड़े पर पहुंचने के लिये 3 चौकों की दरकार थी, हालांकि अर्धशतक लगाने के दौरान तक उनके चौकों की संख्या 306 पहुंच गई है। केएल राहुल ने इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में 2500 रनों के आंकड़े को भी पार कर लिया है। उन्हें इस आंकड़े पर पहुंचने के लिये 33 रनों की दरकार थी और अर्धशतक के साथ ही वो 2517 रन पर पहुंच गये हैं।
कप्तानी डेब्यू की खास लिस्ट में हुए शामिल
केएल राहुल इस मैच में अर्धशतक लगाकर आउट हो गये लेकिन वह भारतीय कप्तानों की उस खास लिस्ट में शुमार हो गये जिन्हें डेब्यू मैच में अर्धशतक ठोंका है। वह टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी में डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार हो गये हैं जिसमें विजय हजारे (164* बनाम इंग्लैंड, 1951/52), सुनील गावस्कर (116 बनाम न्यूजीलैंड, 1975/76), विराट कोहली (115 बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2014/15), सौरव गांगुली (84 बनाम बांग्लादेश, 2000/01), चंदू बोर्डे (69 बनाम ऑस्ट्रेलिया 1967/68), हेमचंद्र अधिकारी (63 बनाम वेस्टइंडीज, 1958/59), नरीमन जमशेद जी नरी कॉन्ट्रेक्टर (62 बनाम पाकिस्तान, 1960/61) और केएल राहुल (50 बनाम साउथ अफ्रीका, 2021/22) का नाम शामिल है।
पहली बार गोल्डन डक हुए रहाणे
लंच से पहले भारतीय टीम को डुएन ओलिवर ने बैकफुट पर धकेलने का काम किया जिन्होंने दो लगातार गेंदों पर अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा का विकेट लिया। ओलिवर ने पुजारा को चौंकाते हुए बैकफुट पर कैच कराया था तो वहीं पर रहाणे अगली ही गेंद पर अपनी गलती से आउट हो गये। ओलविर ने बैक ऑफ लेंथ गेंद फेंकी जो कि आराम से बाहर की तरफ जा रही थे लेकिन रहाणे ने इस गेंद को छोड़ने के बजाये ड्राइव लगाने की कोशिश की और गेंद उनके बल्ले पर लगी और वो तीसरी स्लिप पर खड़े कीगन पीटरसन को कैच थमा बैठे। इस विकेट के साथ ही ओलिवर ने टेस्ट क्रिकेट में अपने विकेटों का अर्धशतक पूरा कर लिया तो वहीं पर रहाणे को अपने टेस्ट करियर में पहली बार गोल्डन डक का शिकार होना पड़ा।
अजिंक्य रहाणे इससे पहले 9 बार डक का शिकार हो चुके हैं लेकिन यह पहली बार रहा जब वो गोल्डन डक पर आउट हुए। इस विकेट के साथ ही रहाणे के खराब बल्लेबाजी का दौर लगातार बढ़ रहा है। रहाणे ने पिछली 34 पारियों में महज 26.90 की औसत से 888 रन बनाये हैं। इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और 4 अर्धशतकीय पारियां आयी हैं तो वहीं पर वो 4 बार बिना खाता खोले लौटे हैं।