नई दिल्ली। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेली जा रही 3 मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच जोहान्सबर्ग के मैदान पर खेला जा रहा है, जहां पर भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और दो सेशन का खेल समाप्त होने के बाद 5 विकेट खोकर 146 रन बना लिये हैं। भारतीय टीम के लिये इस मैच में कप्तान विराट कोहली पीठ में खिंचाव की वजह से खेल नहीं पाये हैं तो उनकी जगह टीम में हनुमा विहारी को मौका दिया गया। सेंचुरियन टेस्ट की तरह भारतीय टीम के लिये मयंक अग्रवाल (26) और केएल राहुल (50) ने अच्छी तरह से पारी की शुरुआत करते हुए पहले एक घंटे में 36 रन जोड़े और कोई विकेट नहीं खोया, हालांकि ड्रिंक्स ब्रेक के बाद पहली ही गेंद पर लूज शॉट खेलकर मयंक मार्को जेनसन का शिकार बने।
वहीं कुछ देर बाद भारतीय मध्यक्रम की कमजोर कड़ी माने जा रही अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा लगातार दो गेंदों में डुएन ओलिवर का शिकार बने। चेतेश्वर पुजारा एक बार फिर से खराब शॉट खेलकर कैच आउट हुए तो वहीं पर रहाणे ने बाहर जाती गेंद को छोड़ने के बजाय जबरदस्ती शॉट खेलने की कोशिश की और अपने टेस्ट करियर में पहली बार गोल्डन डक का शिकार हो गये।
जोहान्सबर्ग टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा ने 33 गेंदों का सामना किया और सिर्फ 3 रन बनाकर वापस लौटे तो वहीं पर रहाणे रन बना पाने में नाकाम रहे। ऐसे में जिस तरह से इस जोड़ी ने अपना विकेट खोया उससे उनके प्लेइंग 11 में बने रहने पर सवालिया निशान खड़े हो गये हैं। इस मुद्दे पर भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने बड़ा बयान दिया है और कहा कि इस जोड़ी का टेस्ट करियर खत्म होने की कगार पर है।
सुनील गावस्कर का मानना है कि जिस तरह से इस जोड़ी के खराब प्रदर्शन का दौर जारी है और टीम में श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी जैसे बल्लेबाज जल्द ही उन्हें रिप्लेस करते नजर आयेंगे। पूर्व कप्तान का मानना है कि रहाणे-पुजारा की जोड़ी के पास अपना टेस्ट करियर बचाने के लिये अधिकतम एक ही पारी का समय बचा रह गया है। उल्लेखनीय है कि डेब्यू टेस्ट मैच में शतक जड़ने वाले श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी लगातार भारतीय टीम के मध्यक्रम की अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं जिसे देखते हुए गावस्कर ने कहा कि पुजारा और रहाणे के लिये जोहान्सबर्ग टेस्ट करियर का आखिरी मैच साबित हो सकता है और अगर उन्हें करियर बचाना है तो अगली पारी में रन बनाना जरूरी होगा।
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स्टार स्पोर्टस पर कॉमेंट्री करते हुए गावस्कर ने कहा,'जिस तरह से यह दोनों खिलाड़ी आउट हुए हैं, उसे देखकर यह कहा जा सकता है कि इस जोड़ी के पास अपना टेस्ट करियर बचाने के लिये शायद एक और पारी बची है। वह पहले से ही अपनी टीम में जगह बरकरार रखने में संघर्ष कर रहे थे और कोहली की गैर मौजूदगी में जिस तरह से उन्होंने अपना विकेट फेंका है उसे देखते हुए बस अगली पारी ही बची हुई नजर आती है। भारतीय टीम जिस तरह से खेल रही है उसे देखते हुए यह लग रहा है कि अगर उन्हें टीम में अपनी जगह बचानी है तो अगली पारी में कुछ बड़ा स्कोर करना होगा।'
गौरतलब है कि दिसंबर 2019 के बाद से भारतीय टीम की यह जोड़ी कुछ खास नहीं कर पायी है और 25.23 की औसत से सिर्फ 2271 रन ही बना सके हैं। इस दौरान पुजारा-रहाणे की जोड़ी से सिर्फ एक शतक और 12 डक देखने को मिले हैं। सेंचुरियन टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा गोल्डन डक का शिकार हुए थे तो जोहान्सबर्ग में रहाणे करियर में पहली बार गोल्डन डक का शिकार हुए। आपको बता दें कि साल 2021 में जहां रहाणे ने 13 मैच खेलकर सिर्फ 479 रन बनाये हैं तो वहीं पर पुजारा 402 टेस्ट मैचों में 702 रन बना सके हैं।