नागपुर। यहां खेले गए श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने पारी व 239 रनों से श्रीलंका को हराकर सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली। भारत की तरफ से आर अश्विन ने दूसरी पारी में सबसे ज्यादा 4 विकेट लिए। श्रीलंकाई बल्लेबाजों को अश्विन ने खूब अपनी फिरकी पर नचाया। अगले साल दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर जाने से पहले टीम इंडिया ने श्रीलंका को रौंदते हुए कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं।
हालांकि इस बीच टीम इंडिया मात्र एक रन से सबसे बड़ा रिकॉर्ड बनाने से चूक गई। भारत ने श्रीलंका को एक पारी और 239 रनों से हराया और अपने टेस्ट इतिहास की संयुक्त रूप से सबसे बड़ी जीत हासिल की। इससे पहले भी भारत ने साल 2007 में बांग्लादेश को एक पारी और 239 रनों से ही हराया था।
हालांकि अगर भारत श्रीलंका को एक रन पहले ऑल आउट कर देता तो ये जीत भारत की अब तक की सबसे बड़ी जीत होती। इसके अलावा भारत की ये जीत श्रीलंका के खिलाफ भी अब तक की सबसे बड़ी जीत है। भारत ने श्रीलंका को हराते ही इस साल तीनों फॉर्मेट को मिलाकर कुल 32 जीत हासिल कर ली हैं।
इस हिसाब से टीम इंडिया किसी भी एक साल में तीनों फॉर्मेट में सबसे ज्यादा मैच जीतने के रिकॉर्ड को बना चुकी है। भारत के खिलाफ नागपुर में मिली हार श्रीलंका की टेस्ट इतिहास की कुल 100वीं हार है।
यही नहीं श्रीलंका के खिलाड़ी गमगे को आउट करते ही आर अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में विकटों का तिहरा शतक (300 विकेट) पूरे कर लिए। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज 300 विकेट लेने वाले अश्विन दुनिया के पहले गेंदबाज बन गए हैं। अश्विन ने ये कमाल अपने 54 टेस्ट मैचों में किया है।
इसे भी पढ़ेंः- अद्भुत: नागपुर टेस्ट में आर अश्विन ने एक साथ बनाया 'तिहरा शतक' और 'अर्धशतक'
अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के डेनिस लिली को पीछे छोड़ते ही ये कारमाना अपने नाम किया है। लिली ने 56 टेस्ट मैचों में 300 विकेट लिए थे। तीसरे नंबर पर श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन हैं जिन्होंने 58 टेस्ट मैचों में 300 विकेट पूरे किए थे।
अश्विन ने मैच खत्म होने के बाद कहा, 'मैं रिकॉर्ड बनाने से बेहद खुश हूं लेकिन हमारी तुलना दिग्गजों से नहीं की जा सकती, क्योंकि हमारे पास उनसे ज्यादा तकनीक है, हमारे पास वो फिटनेस प्रोग्राम है जो उस दौर में नहीं था ऐसे में तुलना करना सही नहीं होगा।'