अपने देश के इस खिलाड़ी के चलते फाइनल में हारा न्यूजीलैंड
ये पहली बार है जब इंग्लैंड ने क्रिकेट इतिहास में पहली बार 50-50 ओवरों वाले विश्व कप फाइनल मुकाबले में शानदार जीत दर्ज करके खिताब अपने नाम किया। हालांकि, ये सबकुछ करिश्माई ऑलराउंडर बेन स्टोक्स के शानदार प्रदर्शन की वजह से संभव हो सका। फाइनल में जिस तरह से इंग्लैंड को शुरूआत में कई झटके लगे, सलामी बल्लेबाज पवेलियन लौटे, ऐसे समय में उन्होंने हौसला नहीं खोते हुए न केवल मोर्चा संभाला, बल्कि 84 रनों की पारी खेलकर इंग्लैंड की जीत के लिए प्रतिबद्ध नजर आए। अगर स्टोक्स मोर्चा नहीं संभालते तो शायद विश्व कप फाइनल का नतीजा कुछ और ही होता। यही नहीं जिन बेन स्टोक्स की बदौलत वर्ल्ड कप इंग्लैंड ने जीता है उनका न्यूजीलैंड की टीम से भी बेहद खास कनेक्शन है।
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बेन स्टोक्स की करिश्माई पारी ने लिखी इंग्लैंड के जीत की इबारत
दरअसल, वर्ल्ड कप 2019 के फाइनल में 'मैन ऑफ द मैच' चुने गए बेन स्टोक्स का जन्म 4 जून, 1991 में न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में हुआ था। यही नहीं उन्होंने शुरुआती दिन क्राइस्टचर्च में ही बिताए थे। स्टोक्स के माता-पिता अब भी न्यूजीलैंड में ही रहते हैं और वहीं के नागरिक भी हैं। यही नहीं बेन स्टोक्स के पिता खुद इस विश्व कप मुकाबले में अपने बेटे की टीम का नहीं बल्कि न्यूजीलैंड की टीम का समर्थन कर रहे थे। परिवार को न्यूजीलैंड में होने के बावजूद बेन स्टोक्स कैसे इंग्लैंड की टीम से जुड़ गए, ये पूरी मामला बिल्कुल फिल्मी कहानी की तरह है।
'न्यूजीलैंड' के बेन स्टोक्स आखिर कैसे पहुंचे इंग्लैंड
ऑल राउंडर बेन स्टोक्स जब 12 साल के थे तभी उनके पिता इंग्लैंड ने इंग्लैंड का रुख किया था। दरअसल, स्टोक्स के पिता गेरार्ड स्टोक्स न्यूजीलैंड के अंतरराष्ट्रीय रग्बी के खिलाड़ी थे। इसी दौरान जब रग्बी लीग क्लब के लिए कोच के तौर पर गेरार्ड स्टोक्स की नियुक्ति हुई तो उन्हें इंग्लैंड का जाना पड़ा। गेरार्ड ने Cumbria में एक रग्बी लीग कोचिंग कॉन्ट्रेक्ट लिया था। इसी समय बेन स्टोक्स इंग्लैंड पहुंचे थे और फिर वही सेटल हो गए। हालांकि उनके माता-पिता वापस क्राइस्टचर्च आ गए और यहीं रह रहे हैं।
फाइनल में बेटे की टीम नहीं बल्कि न्यूजीलैंड टीम का सपोर्ट कर रहे थे बेन स्टोक्स के पिता
25 अगस्त, 2011 को बेन स्टोक्स ने इंग्लैंड के लिए आयरलैंड के खिलाफ वनडे डेब्यू किया, वहीं दिसंबर 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी टेस्ट टीम में एंट्री हुई। भले ही स्टोक्स इंग्लैंड में रह रहे हों लेकिन समय-समय पर वह अपने माता-पिता से मिलने के लिए न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च जाते हैं। विश्व कप फाइनल के दौरान भी उनके परिवार वाले न्यूजीलैंड का सपोर्ट कर रहे थे, हालांकि उनकी नजर अपने बेटे के प्रदर्शन पर भी थी। लॉर्ड्स में खेले फाइनल में बेटे के खेल की स्टोक्स के पिता ने जमकर सराहना की।
बेटे बेन स्टोक्स की पारी पर क्या बोले उनके पिता
गेरार्ड स्टोक्स ने एक अंग्रेजी वेबसाइट से बातचीत में कहा, "मैं वास्तव में ब्लैक कैप्स (न्यूजीलैंड टीम) के लिए निराश हूं। यह बेहद चौंकाने वाला है कि हमें ट्रॉफी के बिना रहना पड़ा। दिल पर हाथ रखकर कहूं तो मैं बेन और उनकी टीम के लिए बहुत खुश हूं, लेकिन अभी भी मैं न्यूजीलैंड का समर्थक हूं।" बता दें कि वर्ल्ड कप 2019 के फाइनल में बेन स्टोक्स ने 98 गेंदों पर पांच चौके और दो छक्कों की मदद से नाबाद 84 रन बनाए। सुपर ओवर में भी इंग्लैंड ने बल्लेबाजी करने के लिए बेन स्टोक्स को ही जोस बटलर के साथ भेजा। बेन स्टोक्स ने सुपर ओवर में भी इंग्लिश टीम को निराश नहीं किया और 1 चौके के साथ 3 गेंदों में 8 रन बनाकर न्यूजीलैंड के सामने जीत के लिए 16 रनों का लक्ष्य रखा। जिसने टीम की जीत की आधारशिला रख दी। इस मैच के लिए बेन स्टोक्स को मैन ऑफ द मैच चुना गया है।