Syed Mushtaq Ali T20 Trophy 2021 Baroda Beats Punjab to reach finals will face Karnataka for Trophy: नई दिल्ली। दुनिया भर में फैली महामारी कोरोना वायरस के बीच भारत में खेला जा रही पहला घरेलू टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy 2021) अपने आखिरी मुकाम पर पहुंच चुका है जहां पर खिताबबड़ौदा (Baroda) जीतने के लिये तमिलनाडु (Tamilnadu) की टीम का सामना बड़ौदा (Baroda) के साथ होगा। शुक्रवार को खेले गये सेमीफाइनल मैच में तमिलनाडु (Tamilnadu) की टीम ने राजस्थान को 7 विकेट से हराकर जहां लगातार दूसरी बार फाइनल में जगह बनाने का काम किया तो वहीं पर बड़ौदा (Baroda) की टीम ने कप्तान केदार देवधर की शानदार अर्धशतकीय पारी के चलते पंजाब को हराकर फाइनल में जगह बनाई।
बड़ौदा (Baroda) की टीम के लिये फाइनल तक का सफर तय करना किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। टूर्नामेंट के शुरू होने के साथ ही टीम के कप्तान क्रुणाल पांड्या और उपकप्तान दीपक हुड्डा के बीच लड़ाई के चलते टीम के मनोबल को चोट पहुंची तो वहीं बाद में हुड्डा पर इस सीजन भर न खेलने का बैन लगा। वहीं सेमीफाइनल खेलने से 3 मैच पहले कप्तान क्रुणाल पांड्या को अपने पिता की मौत के चलते टूर्नामेंट को बीच में ही छोड़ना पड़ा।
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ऐसे में बड़ौदा (Baroda) के लिये आगे का सफर आसान नहीं था लेकिन क्रुणाल पांड्या की जगह टीम की कप्तानी करने आये केदार देवधर ने इसे बखूबी अंजाम दिया और टीम को फाइनल तक पहुंचा दिया। अब बड़ौदा (Baroda) और उसकी खिताबी जीत के बीच में सिर्फ तमिलनाडु (Tamilnadu) की टीम और फाइनल मैच की जीत बाकी है।
बड़ौदा (Baroda) और पंजाब के बीच खेले गये दूसरे सेमीफाइनल मैच में बड़ौदा (Baroda) की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान केदार देवधर (49 गेंद 64 रन) और कार्तिक काकाडेय (नाबाद 53 रन) की अर्धशतकीय पारियों के दम पर 160 रनों का स्कोर खड़ा किया। इस दौरान बड़ौदा (Baroda) की टीम ने सिर्फ 3 विकेट ही खोये।
वहीं रनों का पीछा करने उतरी पंजाब की टीम के बल्लेबाजों को बड़ौदा (Baroda) के गेंदबाजों ने बांधकर रखा और वो खुलकर बल्लेबाजी नहीं कर सके। पंजाब के लिये अनमोलप्रीत सिंह ने 19 गेंदों पर 15 रन, गुरकीरत मान ने 37 गेंदों में 39 रन और कप्तान मनदीप सिंह ने 24 गेंदों में नाबाद 42 रन की जुझारू पारी खेली लेकिन अपनी टीम को सिर्फ 135 रन तक ही पहुंचा सके। इसके साथ ही पंजाब की टीम को 25 रनों से हार का सामना करना पड़ा।
गौरतलब है कि बड़ौदा (Baroda) की टीम ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में चौथी बार जगह बनाई है और अब तक दो बार (2011, 2013) इस टूर्नामेंट को जीतने का काम किया है वहीं साल 2015 में उसे यूपी के हाथों हार का सामना करना पड़ा है। वहीं तमिलनाडु की टीम अब तक सिर्फ एक बार ही यह खिताब जीत सकी है।