करीबी रिश्ते, कट्टर प्रतियोगिता-
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच क्रिकेट के अलावा रग्बी यूनियन, रग्बी लीग और नेटबॉल जैसे खेलों में बढ़िया कंपटीशन देखने को मिलता है। जबकि दोनों देशों के बीच के रिश्ते काफी करीबी हैं। इसके बावजूद दोनों देशों के सोच-विचार में इतना पर्याप्त फर्क भी है कि यहां एक दूसरे के प्रति कट्टर प्रतिद्वंता भी देखने को मिलती है। यह दो भाईयों के बीच के ऐसे रिश्ते जैसा है जहां प्यार भी है और कंपटीशन भी। आमतौर पर न्यूजीलैंड के लोगों को कंगारूओं द्वारा समय से पीछे रहने वाले लोगों की तरह देखा जाता है तो वहीं कीवी लोग ऑस्ट्रेलियाईयों को थोड़ा कम सभ्य मानते हैं।
न्यूजीलैंड-ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट रिश्ते बहुत पुराने
हालांकि मैदानी प्रतिद्वंदता से हटकर न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट बोर्ड में हमेशा मधुर संबंध रहे हैं। उन्होंने आपस में मिलकर काम किया है। ऑस्ट्रेलिया जहां बड़े ऑस्ट्रेलियाई महाद्वीप का हिस्सा है तो वहीं न्यूजीलैंड उसके पड़ोसी के तौर पर एक द्वीपीय देश है। जैसे भारत के सामने श्रीलंका द्वीपीय देश है। ऐसे देश चारों और से समुद्र से घिरे होते हैं। ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले बहुत कम आबादी होने के बावजूद कीवीलैंड में खेल की बेहतरीन प्रतिभाएं भरी पड़ी हैं। क्रिकेट में दोनों देशों के बीच का इतिहास बहुत पुराना है। ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार 1878 में न्यूजीलैंड का टूर किया था। टेस्ट क्रिकेट की आपसी शुरुआत 1945-46 में की तब ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को 39 ओवर में केवल 42 रनों पर ढेर कर दिया था।
टी20 इंटरनेशनल की शुरुआत दोनों देशों ने ही की थी-
अब दोनों देश 1998-86 से ट्रांस-तस्मान ट्रॉफी टेस्ट क्रिकेट में खेलते हैं जबकि 2006-07 से चैपल-हैडली ट्रॉफी खेली जाती है जो वनडे क्रिकेट में होती है।
टी20 मैच की शुरुआत 17 फरवरी 2005 को हुई और यह पुरुष इंटरनेशनल टी20 का पहला मुकाबला भी था। इसको ऑस्ट्रेलिया ने 44 रनों से जीतने में कामयाबी हासिल की थी। अब इस फॉर्मेट का चरम मुकाबला 14 नवंबर को होने जा रहा है।
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1981 के एक गेम के दौरान अंडरऑर्म गेंद फेंकने का मामला-
क्रिकेट में इन दोनों देशों के बीच तनाव का एक क्षण तब आया था जब न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच 1981 के एक गेम के दौरान कीवी टीम को स्कोर टाई करने के लिए एक छक्के की दरकार थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया की ओर से एक अंडरऑर्म बॉल फेंकी गई। उस गेम को अन्याय की नजर से देखा गया था जो कीवियों के साथ हुआ था। तब से लेकर अब तक कीवी टीम ने बहुत बड़ा सफर तय किया है। न्यूजीलैंड एक समय ऑस्ट्रेलिया के सामने पानी भरती हुई टीम थी लेकिन अब न्यूजीलैंड पिछले चार-पांच सालों में बेहतरीन खेल रही है।
कड़ी प्रतिद्वंदता का एक और अध्याय है टी20 वर्ल्ड कप फाइनल-
वर्ल्ड कप की बात करें तो यहां दोनों टीमों को एक बार ही एक-दूसरे का आमना सामना करने का मौका मिला है जिसमें न्यूजीलैंड को जीत मिली है। वहीं दोनों टीमों ने अब तक कुल मिलाकर 14 टी20 इंटरनेशनल गेम्स खेले हैं जिनमें ऑस्ट्रेलिया ने 9 और न्यूजीलैंड ने 5 को जीतने में कामयाबी हासिल की है।
मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप की बात करें तो न्यूजीलैंड के खाते में 1 हार और पांच जीत आई हैं। ठीक इसी तरह का प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया का रहा है जिन्होंने 4 जीत और 1 हार के साथ अभियान को अब तक जारी रखा है।
टी20 वर्ल्ड कप फिर ऐसे मोड़ पर आ गया है जहां भारत और पाकिस्तान तो फाइनल का हिस्सा नहीं बन पाए लेकिन ऐसी दो टीमों के बीच मुकाबला हो रहा है जो आपसी प्रतियोगिता की एक रोचक भावना रखती हैं। इस मुकाबले में कोई भी हारे या जीते, यह मैच भी कीवी-कंगारू प्रतिद्वंदता के खाते में बड़े अक्षरों में लिखा जाएगा।