क्लिनिकल डिप्रैशन का शिकार थे मोजेज हेनरिक्स
हेनरिक्स ने इस बात का खुलासा करते हुए बताया कि कैसे साल 2017 में वो क्लीनिकल डिप्रैशन का शिकार हुए थे, जिसके बाद उन्हें टीम से अपनी जगह को खोनी पड़ी थी।
इस बारे में बात करते हुए हेनरिक्स ने कहा,'अगर आपने गूगल पर डिप्रैशन के लक्षणों को देखा हो, तो मुझमें उनमें से हर एक लक्षण खुद में नजर आ रहे थे और काफी गंभीर रूप से. शायद दो से तीन महीने थे, जब मैं बहुत खराब हालत में था, एक या दो घंटे सोने की नींद के लिए भी मैं संघर्ष कर रहा था।'
4 हफ्ते में घट गया था 10 किलो वजन
हेनरिक्स ने इस दौरान यह भी बताया कि डिप्रेशन के चलते उनकी हालत इतनी खराब हो गई थी कि महज 4 हफ्तों में उनका लगभग 10 किलो वजन कम हो गया था, वह 4 हफ्ते में 98 किलो से 88 किलो तक पहुंच गये थे। हेनरिक्स ने कहा कि उस दौरान मैं ऐसी स्थिति में था जिसके बारे में आप दुश्मन के लिये भी नहीं सोच सकते।
उन्होंने कहा,'मैंने तस्मानिया के खिलाफ शील्ड के खेल में बैंक्सटाउन ओवल में टॉस जीता, और पिच को देखते हुए पहले गेंदबाजी का फैसला किया। दिन के अंत में, वे 2/290 रन पर थे और दूसरे दिन वह 450 पर पहुंच गए जबकि हम दिन के अंत में 5 विकेट के नुकसान पर 90 जा रहे थे और मैं 20 रन बनाकर आउट हो गया। अक्सर लोग डिप्रेशन में गलत कदम उठा लेते हैं। कई लोग इस दौरान अपनी जिंदगी से नफरत करने लगते हैं और उन्हें लगता है कि अब उनके पास करने को कुछ भी नहीं है इसलिए वह खुद से निराश होकर आत्महत्या का रास्ता अपनाते हैं।'
बताया कैसे आया था खुदखुशी का सवाल
इस दौरान मोजेज हेनरिक्स ने बताया कि कैसे 2017 में उन्हें आत्म हत्या का विचार आया था।
उन्होंने बताया,'मुझे याद है कि मैं घर वापस जा रहा था, 110 किमी की रफ्तार से गाड़ी चला रहा था, और मुझे कार में खुद को याद करते हुए याद आया। मैं सोच रहा था कि अगर मैं बस सीधे इस खंभे में गाड़ी चला दूं, तो क्या होगा? क्या होगा इसका परिणाम? मैं ऐसा नहीं कर सकता यह मेरे भाइयों पर उचित नहीं है, यह साथी खिलाड़ियों के लिए उचित नहीं है, और यह उन सभी लोगों के लिए सही नहीं होगा जो मुझे सपोर्ट करते हैं। मैं अगले दो दिनों के लिए दस लोगों के साथ अपनी टीम नहीं छोड़ सकता।'