'यशस्वी भव:'
यशस्वी ने 154 गेंदों पर 203 रनों की पारी खेली जिसमें उन्होंने 12 छ्क्के और 17 चौके जड़ दिए। यशस्वी ने इस मामले में दक्षिण अफ्रीका के घरेलू खिलाड़ी एलेन बॉरो को पीछे छोड़ दिया है जिन्होंने 20 साल 276 दिन की उम्र में 202 रन तब बनाए थे जब वे साल 2000 में नटाल की ओर से खेल रहे थे। बाए हाथ के इस बल्लेबाज की पारी की बदौलत मुंबई की टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 3 विकेट पर 358 रन बनाए। यह मैच झारखंड के खिलाफ बेंगलुरु में खेला जा रहा है। यह विजय हजारे ट्रॉफी में एलीट ग्रुप ए का मैच है।
एलीट लिस्ट में शामिल हुआ नाम-
यह यशस्वी का इस मौजूदा प्रतियोगिता में तीसरा शतक है। उन्होंने इसी टूर्नामेंट के साथ ही लिस्ट ए मैचों में अपना पदार्पण किया है। यशस्वी विजय हजारे ट्रॉफी के लीडिंग रन स्कोरर भी चल रहे हैं, उन्होंने तमिलनाडु के बाबा अपराजित को पीछे छोड़ दिया है। यशस्वी का दोहरा शतक ऐसे समय आया है जब संजू सैमसन ने कुछ दिनों पहले ही किसी भी भारतीय की ओर से लिस्ट ए क्रिकेट का सबसे तेज दोहरा शतक लगाया था। इसके साथ ही यशस्वी लिस्ट ए क्रिकेट में दोहरा शतक जमाने वाले 7वें भारतीय बन गए हैं। उनसे पहले सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, रोहित शर्मा (तीन बार) शिखर धवन, केवी कौशल और संजू सैमसन यह कारनामा कर चुके हैं।
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महान ग्रीम पोलॉक का रिकॉर्ड भी टूटा-
मजेदार बात यह है कि ये विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास की केवल तीसरी डबल सेंचुरी है। इनमे से दो तो इसी सीजन में आ चुकी हैं। इतना ही नहीं, यशस्वी ने एक और विश्व रिकॉर्ड कायम करते हुए लिस्ट ए मैचों में अपनी शुरुआती 5 पारियों में सबसे ज्यादा रन बनाने की उपलब्धि भी दर्ज कर ली है। उन्होंने 44, 113, 22, 122 & 203 रन बनाए हैं। इससे पहले साउथ अफ्रीका के महान क्रिकेटर ग्रीम पोलॉक ने 493 रन बनाए थे।
वसीम जाफर ने दी सलाह-
जायसवाल ने खुलासा किया था कि उन्होंने अपनी बैटिंग के लिए भारत के पूर्व ओपनर और महान रणजी ट्रॉफी खिलाड़ी वसीम जाफर की सहायता ली थी। "मैं अर्द्धशतकों को सैकड़ों में तब्दील नहीं करने की समस्या से परेशान था। मैं 70 और 80 का स्कोर बना रहा था, लेकिन शतक नहीं बना रहा था। फिर मैंने देखा कि वसीम सर वहां शतक लगा रहे हैं। मैंने उन्हें सिर्फ बल्लेबाजी करते हुए बहुत कुछ सीखा। उन्होंने अंत तक बल्लेबाजी की, सिंगल लिया और ढीली गेंदों का इंतजार करते हुए चौके लगाए। उस मैच के बाद, उन्होंने मुझे सलाह दी कि मैं कौन से शॉट खेल सकता हूं और कौन से ऐसे क्षेत्र हैं जहां मैं गेंदबाजों के खिलाफ मौका ले सकता हूं। मैंने उस बातचीत को अपने दिमाग में रखा।