नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 मैचों की एशेज टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच शुरू हो चुका है जिसका आयोजन मेलबर्न के मैदान पर बॉक्सिंग डे के साथ हुआ। इस बीच रविवार को जब इंग्लैंड की टीम मैदान पर खेलने उतरी तो उसके खिलाड़ी एक बार फिर से बांह में काली पट्टी बांधकर उतरते हुए नजर आये, जिसके बाद यह सवाल उठ गया है कि ऐसा करने के पीछा का क्या कारण है। उल्लेखनीय है कि किसी भी खेल में काली पट्टी बांधकर उतरने का मतलब है कि वो सांकेतिक रूप से या तो उस खेल से जुड़ी किसी बात पर अपना विरोध दर्ज करा रहा है या फिर उस खेल से जुड़े किसी महान व्यक्तित्व के प्रति अपना सम्मान व्यक्त कर रहा है।
ऐसे में जब मेलबर्न में इंग्लैंड की टीम खेलने उतरी तो उसके खिलाड़ियों के काली पट्टी पहनने पर सवाल उठना लाजमी है। उल्लेखनीय है कि शनिवार (25 दिसंबर) को इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर रे इलिंगवर्थ सांस की नली में हुए कैंसर से चल रही अपनी लंबी लड़ाई हार गये। इंग्लैंड के लिये एशेज में जीत हासिल करने वाले इस पूर्व कप्तान ने 89 की उम्र में आखिरी सांस ली। ऐसे में इंग्लिश क्रिकेटर्स ने अपने इस महान खिलाड़ी को श्रद्धांजलि देने के लिये रविवार को काली पट्टी पहनकर उतरने का फैसला किया।
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रे इलिंगवर्थ ने इंग्लैंड के लिये 1958 से लेकर 1973 तक 61 टेस्ट मैचों में शिरकत करने का कारनामा किया। इलिंगवर्थ ने महज 19 साल की उम्र में यॉर्कशयर के लिये अपना डेब्यू किया था और 1951 से शुरू हुए करियर में 32 सालों तक प्रोफेशनल क्रिकेट खेला। इसके बाद वह लगभग एक दशक (1969-1978) तक लीसेस्टरशायर के साथ खेला और 1983 में वापस यॉर्कशयर के खेमे में लौटे।
1970-71 में उन्होंने इंग्लैंड की कप्तानी करते हुए एशेज टेस्ट सीरीज में 7 मैचों की श्रृंखला खेली जिसमें अपनी टीम को 2-0 से जीत दिलाई। इलिंगवर्थ ने अपने करियर में 3 एकदिवसीय मैच भी खेले। इलिंगवर्थ ने अपने करियर में 787 प्रथम श्रेणी मैच खेले और 24 हजार से ज्यादा रन बनाये। इस दौरान इलिंगवर्थ ने 22 शतक और 105 अर्धशतकीय पारियां भी खेली। इलिंगवर्थ ने 218 लिस्ट ए मैच भी खेले और 4 अर्धशतक की मदद से 2380 रन बनाये। इतना ही नहीं इलिंगवर्थ ने अपने करियर के दौरान 2200 से ज्यादा विकेट हासिल किये थे।
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गौरतलब है कि सीरीज में 2-0 से पीछे चल रही इंग्लैंड की टीम की शुरुआत इस मैच में भी खराब रही और पहले बल्लेबाजी करते हुए वो महज 185 रन पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिये पैट कमिंस (3 विकेट), नाथन लॉयन (3 विकेट) और मिचेल स्टार्क (2 विकेट) ने शानदार गेंदबाजी की और 185 रन पर समेट दिया। जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट खोकर 61 रन बना लिये हैं और कंगारू टीम 124 रन से पीछे रह गये हैं।