Australia vs India VVS Laxman recalls 2008 Sydney Test Controversy says that match should be remembered for poor Umpiring: नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच खेली जा रही बाॅर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज (Border Gavaskar Test Series) का तीसरा मैच सिडनी (Sydney) के मैदान पर 7 जनवरी से शुरू हो गया है। सीरीज में इस समय दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर हैं। भारतीय टीम इस मैदान पर 43 साल से जीत की तलाश कर रही है लेकिन इस मैदान पर खेले गये 13 मैचों में भारतीय टीम 7 बार जीत के करीब पहुंची और हर बार मैच ड्रॉ हो गये हैं।
पिछली बार साल 2019 में जब भारतीय टीम सिडनी (Sydney) में खेलने उतरी थी तो वह मैच को आसानी से जीत सकती थी लेकिन बारिश के चलते मैच रद्द हो गया और भारतीय टीम जीत से दूर रह गई। वहीं इससे पहले भारतीय टीम सिडनी (Sydney) में साल 2008 में जीत के करीब पहुंची थी।
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वहीं इस मैच को लेकर भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण (vvs Laxman) ने याद करते हुए कहा कि इस टेस्ट मैच में भारतीय टीम जीत के काफी करीब थी लेकिन अंपायरों के गलत फैसले के कारण इस मैच में जीत हासिल करने से चूक गई थी। लक्ष्मण (vvs Laxman) ने उस टेस्ट मैच को अपने करियर के सबसे ज्यादा खराब अनुभवों में से एक था।
स्टार स्पोर्टस के कार्यक्रम क्रिकेट कनेक्टेड में बात करते हुए वीवीएस लक्ष्मण (vvs Laxman) ने कहा,'मैं उस मैच को लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम का बुरा व्यवहार नहीं कहूंगा लेकिन यह जरूर कहूंगा कि साल 2008 में मेलबर्न टेस्ट मैच में मिली हार के बाद हमारे पास सिडनी (Sydney) टेस्ट मैच जीतने का अच्छा मौका था। मुझे पता है कि यह टेस्ट मैच मंकी गेट प्रकरण के लिये याद किया जायेगा लेकिन हम वह मैच जीत सकते थे।'
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लक्ष्मण (vvs Laxman) ने उस मैच को याद करते हुए कहा कि भारतीय टीम ने उस मैच में शानदार गेंदबाजी की थी और शुरुआती विकेट गिरने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम दबाव में थी लेकिन अंपायरों की गलती के चलते वह मैच हाथ से निकल गया।
उन्होंने कहा, 'हमने उस मैच की पहली पारी में शानदार गेंदबाजी की थी लेकिन इस पारी में एंड्रयू सायमंड्स दो से तीन बार आउट थे। आरपी सिंह की गेंद पर सायमंड्स के बल्ले का किनारा लगा था लेकिन अंपायर ने उसे नाॅट-आउट करार दिया और सायमंड्स ने बड़ी पारी खेली। मैच के आखिरी दिन जिस तरीके से सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ को आउट दिया गया वह एक खराब अनुभव था।'