मैच फिसलने पर बचाना जानते थे धोनी
होल्डिंग ने कहा, 'जब वो कप्तान थे, तो आप कभी उनको बहुत उत्साहित नहीं देखे होंगे। अगर मैच हाथ से फिसल रहा होता था तो वो अपने खिलाड़ियों को बुलाते थे और शांति से उनसे बात करते थे, फिर सभी क्रिकेटर्स अपनी पोजिशन पर जाते थे और अचानक सबकुछ बदल जाता था। टीम पर उनका कुछ ऐसा प्रभाव होता था। इस शख्स का क्या शानदार करियर रहा है। उन्होंने 90 टेस्ट, 350 वनडे इंटरनैशनल मैच और 98 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले। इस खिलाड़ी ने करीब 5000 टेस्ट रन बनाए, इस बात को याद रखिए कि वो सिर्फ बल्लेबाज नहीं थे, विकेटकीपर भी थे। इतने बड़े करियर में विकेट के पीछे भी इतना शानदार प्रदर्शन करना बड़ी बात है।'
धोनी के पास है जबरदस्त फिटनेस
माइकल होल्डिंग ने धोनी की फिटनेस की जमकर तारीफ की और बताया कि उन्होंने लगातार इतने सालों तक कंसिस्टेंसी से रन बनाये।
उन्होंने कहा, 'सिर्फ टेस्ट क्रिकेट की बात नहीं है, वनडे इंटरनैशनल के बारे में सोचिए। इतने साल खेलना और खुद को फिट रखना... वो 11,000 रन के करीब थे, जबकि उन्होंने करीब 12,000 गेंदों का ही सामना किया था। इसका मतलब उन्होंने अपने करियर में करीब 100 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी थी, हमें पता है कि वो इससे ज्यादा स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी कर सकते थे, क्योंकि वो इतने पावरफुट स्ट्राइकर थे।'
धोनी ऐसे खेलते थे जैसे सबकुछ कर देंगे तबाह
उन्होंने कहा, 'अपने करियर के दौरान उन्होंने 229 छक्के जड़े, जब आप यह नंबर देखते हो, तो आप सोचोगे कि उन्होंने करीब 40 साल खेला होगा, लेकिन यह उनका नैचुरल खेल था। जब धोनी लंबे बालों के साथ इंटरनैशनल क्रिकेट खेलना शुरू किए थे, तो हम कैरेबिया में बोलते थे कि वो मैवरिक की तरह लगते हैं। वो ऐसे दिखते थे कि उनके रास्ते में जो कुछ आएगा वो उसे तबाह कर देंगे और काफी हद तक उन्होंने वो किया भी।'
दुनिया के बेस्ट कप्तान थे धोनी
उन्होंने आगे कहा, 'वो क्या कप्तान थे, कितने सफल... जो भी आईसीसी ट्रॉफी थीं, उन्होंने वो सब जीतीं। जब धोनी ने खेलना शुरू किया था, तो वो बिग हिटर थे, तभी उन्होंने इतने चौके-छक्के जड़े। जब वो कुछ बड़े हुए तो उन्हें अपना खेल थोड़ा टोन डाउन करना पड़ा, बैटिंग पर उनका नियंत्रण दिखने लगा। जिन्होंने उन्हें मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करते देखा, उन्हें दिखा कि वो कितने नियंत्रण में रहते थे। वो कभी आउट ऑफ कंट्रोल नहीं दिखे।'