संजीव गुप्ता ने आजीवन सदस्यता से दिया इस्तीफा
संजीव गुप्ता के एक करीबी सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोशिएशन (एमपीसीए) की आजीवन सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। सूत्र ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि संजीव गुप्ता ने निजी तौर पर देश के टॉप खिलाड़ियों पर हितों के टकराव की शिकायत की थी, इसमें किसी भी तरह से एमपीसीए का कोई लेना देना नहीं है।
उल्लेखनीय है कि संजीव गुप्ता ने विराट कोहली से पहले सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली के खिलाफ भी हितों के टकराव की शिकायत की थी जब यह सब क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य थे। समिति भंग होने के बाद उनकी शिकायत भी बेमानी हो गई।
विराट कोहली के खिलाफ की थी शिकायत
गौरतलब है कि संजीव गुप्ता ने हाल ही में विराट कोहली पर हितों के टकराव का आरोप लगाया था। इसको लेकर उन्होंने बीसीसीआई लोकपाल डीके जैन को एक मेल भी किया था। एक अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार संजीव गुप्ता ने बीसीसीआई (BCCI) को विराट कोहली के खिलाफ मेल की जिसमें उन्होंने भारतीय कप्तान के व्यापारिक उपक्रमों के बारे में बात की और कहा कि यह लोढ़ा समिति की सिफारिशों का उल्लंघन हैं।
उन्होंने अपनी शिकायत में दावा किया कि विराट कोहली एक ही समय पर दो पदों पर काबिज हैं, जो सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुमोदित बीसीसीआई के नियम 38 (4) का उल्लघंन हैं, जिसके चलते कोहली को एक पद छोड़ना होगा। उनके दो पद में एक खिलाड़ी और दूसरा संविदात्मक इकाई है।
गांगुली के खिलाफ भी कर चुके हैं शिकायत
संजीव गुप्ता ने अपनी शिकायत में नैतिक अधिकारी से अनुरोध करते हुए कहा कि वो भारतीय कप्तान विराट कोहली को अपने एक पद को त्यागने का आदेश दें, जिससे बीसीसीआई के संविधान की नियम संख्या 38 (4) का पालन हो सके।
आपको बता दें कि संजीव गुप्ता ने इससे पहले बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के खिलाफ भी हितों के टकराव की शिकायत की थी। सौरव गांगुली के मामले में संजीव गुप्ता ने उनके इंस्टाग्राम पर शेयर की गई उस तस्वीर का हवाला दिया था जिसके कैप्शन में गांगुली ने खुद को जेएसडब्ल्यू सीमेंट का ब्रांड एंबेसडर बताया। उल्लेखनीय है कि जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स आईपीएल की टीम दिल्ली कैपिटल्स का मालिकाना हक रखता है।