अपनी फार्म की वजह से टीम इंडिया से बाहर रहने वाले वीरेंद्र सहवाग को उम्मीद है कि इस पारी के बाद कोई भी उनके बेटे को ताना नहीं मारेगा।
सहवाग की इस बेहतरीन पारी की वजह बना उनका बेटा। सहवाग ने यह पारी अपने बेटे को समर्पित करते हुए बताया कि मेरे बेटे को उसके दोस्त ताना मारते थे कि उसके पापा ज्यादा रन नहीं बना पा रहे हैं।
शुक्रवार को चेन्न्ई सुपरकिंग्स के खिलाफ वीरेंद्र सहवाग ने 58 गेंदों पर 122 रन की पारी खेली। उन्होंने अपनी सेंचुरी सिर्फ 50 गेंदों में पूरी कर ली थी।
पारी के बाद उन्होंने कहा, 'मेरी पत्नी का फोन आया तो मेरी बात अपने बेटे से हुई। उसने कहा कि पापा आप क्या कर रहे हो, आप जल्दी आउट हो जाते हो तो मेरे दोस्त मुझे चिढ़ाते हैं। मैंने उससे कहा कि बेटा रुक जाओ, अभी बहुत मैच बाकी हैं। उम्मीद है कि इस पारी के बाद कोई उसे कुछ नहीं कहेगा।'
चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए किंग्स इलेवन की तरफ से पारी का आगाज करने उतरे सहवाग ने 50 गेंदों में 10 चौके और 1 छक्के की मदद से अपना शतक पूरा किया।
सहवाग ने 58 गेंदों की अपनी नायाब पारी में 12 चौके और 8 छक्के लगाए। सहवाग शुरू से आक्रामक नजर आ रहे थे। सहवाग के आईपीएल करियर का यह दूसरा शतक है। इससे पहले उन्होंने एकमात्र शतक आईपीएल के चौथे संस्करण में 2011 में लगाया था।
ईश्वर पांडेय द्वारा लाए गए 16वें ओवर की नीची रही फुल टॉस चौथी गेंद को सहवाग ने मिड ऑफ की दिशा में खेला और एक रन लेने के साथ ही अपना शतक पूरा कर लिया। सहवाग ने पहले 50 रन बनाने में 21 गेंदें खेली, जबकि
अगले 50 रन बनाने में उन्होंने 29 गेंदों का सामना किया। 19वें ओवर की पहली गेंद पर आशीष नेहरा ने सहवाग को प्लेसिस के हाथों कैच आउट करवाया। इससे पहले सीजन का पहला शतक मुंबई के लिए लेंडिल सिमंस (100) ने लगाया था।