नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग का 14वां सीजन यूएई में खेला जा रहा है, जिसमें कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम ने जबरदस्त तरीके से वापसी की है और दूसरे लेग में खेले गये 3 में से 2 मैचों में जीत हासिल कर ली है। इस बीच कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम के चाइनामैन स्पिनर युजवेंद्र चहल के बाहर होने की खबर सामने आयी है और वह यूएई से लौटकर भारत आ गये हैं। कुलदीप यादव केकेआर की टीम में जरूर हैं लेकिन पिछले सीजन से उन्हें प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिल रही है, जिसके तहत भारत में खेले गये लेग में वह एक भी मैच का हिस्सा नहीं बने थे और अब यूएई में खेले जा रहे लेग से बाहर हो जाने के बाद वह लीग में बिना कोई मैच खेले भारत वापस लौटे हैं।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार कोलकाता नाइट राइडर्स के स्पिनर कुलदीप यादव के घुटने में चोट लगी है जिसके चलते वह लीग से बाहर हो गये हैं और यूएई से भारत लौट आये हैं। भारत लौटने के बाद कुलदीप यादव ने मुंबई पहुंचकर अपने घुटने की सफल सर्जरी कराई है। इसके चलते कुलदीप यादव न सिर्फ आईपीएल से बाहर हो गये हैं बल्कि क्रिकेट के मैदान पर वापसी करने के लिये उन्हें कम से कम 6 महीने का वक्त लग सकता है।
उल्लेखनीय है कि कुलदीप यादव आखिरी बार जुलाई में श्रीलंका दौरे पर भारतीय टीम के साथ खेलते नजर आये थे और आईपीएल में टीम के साथ यूएई पहुंचे थे। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही थी कि वह केकेआर की प्लेइंग 11 का हिस्सा बन सकते हैं, हालांकि इयोन मोर्गन की कप्तानी वाली टीम में उन्हें मौका नहीं मिल सका था।
गौरतलब है कि कुलदीप यादव ने कुछ दिन पहले ही चयन न होने के चलते कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम मैनेजमेंट और मोर्गन पर सवाल खड़े किये थे। वहीं कुलदीप यादव को एक लंबी रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया से गुजरना होगा। रिपोर्ट के अनुसार मुंबई में सर्जरी के बाद कुलदीप यादव को रिकवर करने के लिये 4-6 महीने का समय लग सकता है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ' हां यह सच है कि हमें कुलदीप यादव के घुटने में गंभीर चोट लगने की रिपोर्ट मिली है। फील्डिंग के दौरान उनका घुटना मुड़ गया और उन्हें गंभीर चोट लगी थी, जिसके चलते उनके टीम का हिस्सा बनने की उम्मीदें कम थी जिसके बाद उन्हें वापस भारत भेज दिया गया। घुटने की चोट काफी गंभीर होती है, ऐसे में सर्जरी के बाद उन्हें पहले काम करना शुरू करना होगा तो वहीं पर एनसीए में फिजियोथेरेपी से मजबूती हासिल करना होता है। इसके बाद ही धीरे-धीरे प्रैक्टिस कर नेट सेशन पर वापसी करनी होती है, जिसकी प्रक्रिया काफी लंबी हो सकती है।'