मुरलीधरन का किया शुक्रिया
अश्विन ने कहा, "पहले तो मैं सबसे पहले मुरली अन्ना (मुथैया मुरलीधरन) का शुक्रिया करता हूं जिन्होंने मेरे लिए ऐसी बात की। उन्होंने मेरे साथ भी कई बार इसको लेकर चर्चा की है। एक बार जब मैं चोटिल हुआ था तो अन्ना भाई का मुझे फोन था और उन्होंने मुझे कहा कि सुनो, इसी तरह की चोट एक समय मुझे भी लगी थी। इसलिए अपना ध्यान रखना और अगर आपने अपना ध्यान नहीं रखा तो ये चोट फिर से बार-बार आपको आ सकती है।''
800 विकेट ले पाना पहुंच से बहुत दूर
उन्होंने आगे कहा, "हम दोनों के बीच अच्छी दोस्ती है। वह बहुत ही अच्छे इंसान हैं। तो अगर उन्होंने ऐसा कहा है कि मैं उनका रिकाॅर्ड तोड़ सकता हूं तो इसके लिए मैं सच में उनका शुक्रगुजार हूं, लेकिन 800 विकेट ले पाना पहुंच से बहुत दूर है। मैं जानता हूं कि आप सब को उम्मीद है कि मैं उस मुकाम तक पहुंच जाऊं, लेकिन सच में यह बहुत दूर है। आइए इसे एक बार में एक कदम, एक समय में एक विकेट लेने की कोशिश करें और इसी तरह मैं चीजों को देख रहा हूं।''
ऐसे किया खुद को प्रेरित
इसके अलावा एक फैन द्वारा उनसे सवाल किया गया कि शानदार फॉर्म में होने के बावजूद इंग्लैंड टेस्ट से बाहर होने के बाद उन्होंने खुद को कैसे प्रेरित किया। इसका जवाब देते हुए अश्विन ने कहा, "गिरा जाना प्रेरणा का एक स्त्रोत है, है ना'। तो ऐसे में अगर आप बाहर हो जाते हैं, तो आपको स्पष्ट रूप से कड़ी मेहनत करनी होगी और टीम में अपनी जगह जल्दी हासिल करनी होगी। इसके अलावा अगर आपको टीम से बाहर कर दिया जाता है तो फिर आप इससे कुछ सीख सकते हैं। हो सकता है कि कुछ ऐसा हो जिसमें आपकी कमी हो या कोई आपकी जगह बेहतर खेल रहा हो। अगर आपको लगता है कि कोई कारण है जिसके चलते मैं बाहर हुआ तो आप फिर कमी पर काम करते हैं, अगर कोई कारण ना भी हो तो भी आप मेहनत करते हैं। आप सफलता और असफलता से हमेशा कुछ ना कुछ सीखते हैं।" बता दें कि अश्विन वर्तमान में आगामी टेस्ट सीरीज के लिए साउथ अफ्रीका में हैं, जो 26 दिसंबर को शुरू होने वाली है और वह वनडे सीरीज के लिए टीम के साथ भी बने रह सकते हैं।