5 खिलाड़ियों ने तय किया है अब तक सेमीफाइनल का सफर
विजेंदऱ सिंह ने 2009 में यह कारनामा किया था जबकि विकास कृष्णन ने 2011 और शिवा थापा ने 2015 में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था। इसके अलावा गौरव विधूड़ी ने 2017 में सेमीफाइनल में पहुंचकर कांस्य जीता था लेकिन वह भारतीयों के पदक का रंग नहीं बदल सके थे।
मैच के बाद जानें क्या बोले अमित पंघल
मुक्केबाजी विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने के बाद अमित पंघल ने कहा कि वह अपने देश के लिए स्वर्ण पदक जीतने के लिए अपना पूरा दमखम लगा देंगे।
मैच के बाद अमित ने कहा, 'जितना सोचकर आया था, उससे कहीं अधिक जोर लगाना पड़ा। मेरे साथियों ने मेरा काफी सपोर्ट किया है और इसके लिए मैं सबका धन्यवाद करना चाहूंगा। हमारी मुक्केबाजी के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। मैं पूरी कोशिश करुं गा कि अपने देश के लिए गोल्ड जीत सकूं।'
सेमीफाइनल में हारे मनीष कौशिक, कांस्य से करना पड़ा संतोष
इस साल मनीष कौशिक ने भी सेमीफाइनल का सफर तय किया लेकिन शुक्रवार को ही क्यूबा के मौजूदा विश्व चैम्पियन एंडी क्रूज के हाथों 63 किग्रा के सेमीफाइनल में हार गए। मनीष को मौजूदा विश्व चैम्पियन क्यूबा के एंडी क्रूज गोमेज ने 5-0 से मात दी।
मनीष ने हालांकि अच्छी प्रतिस्पर्धा दिखाई। मनीष ने पहले राउंड से ही अपने विपक्षी की गलती का इंतजार किया और काउंट अटैक के जरिए अंक बटोरने की कोशिश की लेकिन क्रूज का डिफेंस उनसे आगे रहा।
अच्छा खेले मनीष कौशिक पर जीत के लिए काफी नहीं
दूसरे राउंड में मनीष ने अपने काउंटर अटैक को और बेहतर किया और सही जगह पंच मारते हुए अंक बटोरेॉ, लेकिन क्रूज ने चतुर रणनीति से उन्हें कमजोर किया और मनीष को नियंत्रण खोने पर मजबूर किया। इस बीच मनीष अपना नियंत्रण खोते भी नजर आए जिसका फायदा क्रूज ने उठाया। तीसरे राउंड में क्यूबा के खिलाड़ी पूरी तरह से मनीष पर हावी रहे और आक्रामकता दिखाते हुए अंक लेते रहे।
मैच के बाद मनीष ने कहा, 'मेरे लिए यह बहुत अच्छी बाउट रही। मैंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की लेकिन कुछ कमियां रह गईं जिनके कारण मैं हार गया। अब मैं इन कमियों पर काम करते हुए आगे अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करुंगा।'
हार के बाद बोले मनीष कौशिक- ओलिम्पिक में करूंगा देश का सपना पूरा
मनीष ने कहा कि उनका सपना देश के लिए ओलंपिक में पदक जीतना है और वह इसे पूरा करने के लिए पूरी कोशिश करेंगे। बकौल मनीष, 'मेरा सपना देश के लिए ओलिम्पिक खेलना है। मैं इस सपने के लिए पूरी तैयारी करूंगा और आगे आने वाले ओलंपिक क्वालीयर्स में सोना जीतकर टोक्यो खेलने जाऊंगा।'
देश के लिए विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य जीतने को लेकर मनीष ने कहा, 'यह मेरा पहला विश्व चैमिम्पयनशिप था और पहले ही प्रयास में सोना जीतकर मैं खुश हूं। मैंने यहां पांच बाउट खेली जो मेरे लिए काफी अच्छा रहा और मेरे लिए आगे काफी काम आएगा।'