आर्चर का भारत के खिलाफ खेलना अब बहुत मुश्किल-
साथ ही यह भी समझा जा रहा है कि इंग्लैंड जोफ्रा आर्चर को भारत में होने वाले T20 विश्व कप और उसके बाद साल के अंत में होने वाली एशेज सीरीज के लिए बचा कर रखना चाहता है और भारत के खिलाफ इंग्लैंड में होने वाली टेस्ट सीरीज में सीधे उतारकर रिस्क नहीं लेना चाहेगा। जोफ्रा आर्चर के पास कई तरह की काबिलियत हैं जिनके चलते वे भारत के खिलाफ इंग्लैंड की जमीन पर बहुत प्रभावी साबित हो सकते थे। जोफ्रा आर्चर का नाम चर्चाओं में तब आया जब इंग्लैंड की टीम ने 2019 वर्ल्ड कप में उनको शामिल किया और इस गेंदबाज ने इंग्लिश बल्लेबाजों के तहलके के बीच अपनी जगह बनाते हुए प्रतियोगिता में इंग्लैंड की ओर से सर्वाधिक विकेट लेने का काम किया। उन्होंने विश्वकप में 11 मैच खेलकर 20 विकेट लिए जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 30.2 था जबकि इकोनामी रेट 4.57 था जिसके चलते इंग्लैंड को पहली बार आईसीसी खिताब दिलाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई।
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क्या बात बनाती है आर्चर का इतना खास-
जोफ्रा आर्चर की खास बात 90 मील प्रति घंटे से लगातार तेज गेंदबाजी करना है इसके अलावा उनके पास हाई-आर्म एक्शन हैं जिसके चलते वे गुड-लेंथ से भी उछाल हासिल कर लेते हैं। जोफ्रा आर्चर की बाउंसर भी बहुत खतरनाक होती है और वे अपनी गेंदबाजी से दुनिया के कुछ बल्लेबाजों को चोटिल भी कर चुके हैं। उनका शरीर मजबूत है और वे लगातार तेज गेंदबाजी के साथ सटीकता अनुशासन से भी गेंदबाजी करते हैं जिसके चलते उनका सामना करना आसान नहीं है। इसके अलावा आर्चर के पास नई गेंद से विकेट लेने की जो काबिलियत है वह भी इंग्लैंड भारत के खिलाफ मिस करेगा। हमने विश्व कप 2019 के बाद इंग्लैंड में हुई एशेज सीरीज में यह देखा था जहां पर आर्चर ने चार टेस्ट मैचों में 42.2 के स्ट्राइक रेट और 20.27 के जबरदस्त औसत के साथ 22 विकेट चटकाए थे।
भारत को फायदा उठाने की ओर देखना होगा-
इन 22 में से 15 विकेट ऑस्ट्रेलिया के टॉप मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों के थे और इसमें भी पांच विकेट ऐसे थे जो नई गेंद से लिए गए थे। जोफ्रा आर्चर भारत में आने वाली इंग्लिश टीम का इस साल हिस्सा थे जहां उन्होंने चेन्नई में हुए पहले टेस्ट में रोहित शर्मा और शुभमन गिल को नई गेंद से चलता कर दिया था जिसके चलते इंग्लैंड के पास मैच में जल्दी एडवांटेज बना और उन्होंने पहला मुकाबला जीत भी लिया था। हालांकि आर्चर बाद में फिटनेस से जूझते रहे और खास प्रभाव नहीं छोड़ सके लेकिन 1 फिट आर्चर इंग्लैंड की जमीन पर भारत के खिलाफ काफी प्रभावी साबित हो सकता था ऐसे में उनका ना होना इंग्लिश टीम के लिए बड़ा झटका है और भारतीय क्रिकेट टीम को इस बात का फायदा उठाने की ओर देखना चाहिए।