नई दिल्ली। दुनिया भर में फैली महामारी के चलते फिलहाल क्रिकेट की दुनिया पूरी तरह से ठप्प पड़ी हुई है, खिलाड़ी अपने घरों में समय बिता रहे हैं तो वापसी के वक्त खुद को फिट साबित करने के लिये एक्सरसाइज भी कर रहे हैं। इस बीच वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच जून में होने वाली टेस्ट सीरीज को लेकर दोनों बोर्ड के बीच सहमति बन गई है। पहले यह सीरीज 4 जून से शुरु होनी थी लेकिन महामारी के चलते इसे अनिश्चितकालीन समय तक के लिये टाल दिया गया था। हालांकि क्रिकेट वेस्ट इंडीज और इंग्लैंड क्रिकेट एंड वेल्स बोर्ड के बीच इसे फिर से आयोजित कराने पर सहमति बन गई है जिसके लिये कैरिबियाई टीम ने एक शर्त के साथ खेलना स्वीकार किया है।
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉनी ग्रेव के अनुसार,' वेस्टइंडीज के प्रस्तावित इंग्लैंड दौरे से पहले टीम के खिलाड़ी 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रहेंगे। साथ ही इस दौरे के लिये 30 संभावित खिलाड़ियों का चयन किया गया है।'
और पढ़ें: रोहित शर्मा ने बताया उस देश का नाम, जहां भारत को नहीं मिलता सपोर्ट
उल्लेखनीय है कि दोनों देशों के बीच होने वाली इस सीरीज को लेकर तारीखों का पुनर्रनिर्धारण नहीं कियागया है लेकिन जल्द ही क्रिकेट वेस्ट इंडीज और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) इसे फाइनल कर नई तारीखों का ऐलान करेगा।
उन्होंने कहा,' हमें उम्मीद है कि ब्रिटेन पहुंचने पर खिलाड़ी दो सप्ताह के लिए क्वारंटाइन में रहेंगे। लेकिन हम ईसीबी के साथ चर्चा कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि हमारे लिए ऐसे स्थान पर व्यवस्था की जाए जहां खिलाड़ी ट्रेनिंग भी कर सकें।'
गौरतलब है कि इस दौरान वेस्टइंडीज क्रिकेट अध्यक्ष रिकी शेरिट ने कहा कि मौजूदा समय में फैली कोरोना वायरस महामारी के चलते कैरिबियाई क्रिकेट बोर्ड की हालत आईसीयू में भर्ती मरीज की तरह हो गई है। जैसे उसके जिंदा रहने के लिये ऑक्सिजन की जरूरत होती है वैसे ही वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड को मैचों की जरूरत है।
और पढ़ें: इस बार ईद नहीं मनायेंगे सरफराज खान, प्रवासी मजदूरों के लिये कर रहे खास काम
आपको बता दें कि वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने अनुबंधित खिलाड़ियों से ट्रेनिंग और फिटनेस अभ्यास जारी रखने के लिए कहा है। इंग्लैंड के टेस्ट खिलाड़ी भी आने वाले कुछ सप्ताह में ट्रेनिंग शुरु करेंगे। इस बीच क्रिकेट वेस्टइंडीज ने साफ किया है कि वह किसी भी खिलाड़ी को इंग्लैंड दौरे पर टीम के साथ जाने के लिए मजबूर नहीं करेंगे।