नंबर 1 टीम के खिलाड़ी नहीं नजर आते शंकर
नंबर चार पर शंकर अब तक कुछ खास नहीं कर पाए हैं। हालांकि ज्यादा बड़ी तकलीफ की बात यह है कि शंकर अगर थोड़े बहुत रन भी बनाते हैं तो उनके खेलने का अंदाज काफी साधारण होता है। जबरदस्त बल्लेबाजों की टीम रही इंडिया में शंकर कहीं ना कहीं उस स्तर के बल्लेबाज नहीं हैं जो मध्यक्रम में युवराज और आने वाले समय में धोनी की कमी को भर सकें। वैसे भी वे टीम में अपनी गेंदबाजी और फील्डिंग के लिए भी हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या शंकर टीम में केवल एक बल्लेबाज के तौर पर जगह बनाने के लायक हैं तो इसका जवाब होगा- नहीं।
ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक बेंच पर बैठे हैं
इसका कारण यह है कि इस समय बेंच पर शंकर से कहीं ज्यादा शॉट्स खेलने की क्षमता रखने वाले ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक बैठे हुए हैं। ऐसे में शंकर यदि गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं तो उनको नंबर पर केवल एक बल्लेबाज के तौर पर खिलाना बेतुका नजर आ रहा है। टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज क्रिस श्रीकांत भी शंकर को लेकर आलोचनात्मक रवैया रखते हैं। उन्होंने साफ कहा है- 'अगर मैं टीम मैनेजमेंट का हिस्सा होता तो पंत जैसे खिलाड़ी को नंबर चार पर बैटिंग कराता। वे पंत को टीम में शामिल कर चुके हैं और वो अब अंतिम ग्यारह में भी खेलने के लिए तैयार है। पंत इससे पहले इंग्लिश कंडीशन में भी खेल चुके हैं।'
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पाकिस्तान के खिलाफ छुप गई थी कमजोरी
श्रीकांत ने जाधव पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जाधव को अपने खेलने के तरीक में तेजी लानी होगी। उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ अर्धशतक जरूर लगाया लेकिन वह धीमा और साधारण था। जाधव और शंकर के खेल की खास बात यह है कि ये दोनों बल्लेबाज बाकी खिलाड़ियों की तरह जब चाहें तब अपने शॉट्स नहीं खेल पाते हैं। पाकिस्तान के खिलाफ 16 जून को हुए मैच में भी हम यह देख चुके हैं। तब अंतिम ओवरों में पाक गेंदबाजों के सामने शंकर और जाधव रन गति तेज ही नहीं कर सके थे। तब शंकर ने अंत तक टिकने के बावजूद 15 गेंदों पर 15 रन बनाए थे जबकि जाधव ने 8 गेंदों पर 9 रनों की पारी खेली थी। हालांकि शंकर की यह कमी उनकी गेंदबाजी और टीम इंडिया की जीत ने छुपा ली थी।
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