पंत को मानसिक बदलाव करने की जरूरत
उल्लेखनीय है कि तीसरे टेस्ट मैच में पंत ने जबरदस्त निराश किया है और दोनों पारियों में 3 (2 और 1) रन बनाकर वापस लौटे जिसके चलते विराट सेना को पारी और 76 रनों की विशाल हार का सामना करना पड़ा। पंत के बल्ले से रनों का निकलना टीम के लिये परेशानी बनती जा रही है, और इसी पर बात करते हुए भारतीय टीम के पूर्व मुख्य चयनकर्ता ने बताया कि किस कारण से पंत को इस परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और कैसे वो इससे बाहर निकल सकते हैं।
प्रसाद का मानना है कि ऋषभ पंत को इंग्लैंड में रन बनाने के लिये अपनी मानसिक सोच में थोड़ा सा बदलाव करने की जरूरत जिसे करने में अगर पंत सफल हो जाते हैं तो इंग्लैंड में भी उनके बल्ले से रनों की बारिश देखने को मिलेगी।
भारत-ऑस्ट्रेलिया जैसी पिच समझ रहे हैं पंत
प्रसाद ने ऋषभ पंत की बल्लेबाजी पर बात करते हुए कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया में परिस्थितियां इस विकेटकीपर बल्लेबाज के अनुकूल थी और उनकी बैटिंग में मदद कर रही थी, जबकि इंग्लैंड की बात करें तो यहां की परिस्थितियां वहां से काफी अलग और कठिन हैं।
इंडिया टुडे से बात करते हुए प्रसाद ने कहा,'बल्लेबाज के तौर पर कुछ आखिरी मिनट बदलाव हैं जिसे पंत को खुद में करने की जरूरत है। उन्होंने इस साल भारत और ऑस्ट्रेलिया में काफी रन बनाये हैं। ऑस्ट्रेलिया में विकेट सख्त और उछाल भरे थे जबकि भारत में पिचें सपाट और स्पिन के अनुकूल रही। इंग्लैंड में परिस्थितियां थोड़ी मुश्किल हैं। उन्हें क्रीज पर थोड़ा और समय बिताने की जरूरत है। उन्हें मैदान पर ज्यादा रन बनाने के बजाय ज्यादा समय बिताने के बारे में सोचना होगा।'
प्रसाद ने बताया पंत की बल्लेबाजी में क्या हो रही है दिक्कत
एमएसके प्रसाद का मानना है कि ऋषभ पंत इंग्लैंड की पिचों पर भी ऑस्ट्रेलिया और भारत की मनोस्थिति के साथ खेल रहे हैं, जिसके चलते उन्हें शुरुआत तो मिलती है लेकिन वह अपना विकेट गंवा देते हैं।
उन्होंने कहा,'वह अपने डिफेंस पर उसी तरह से भरोसा दिखा रहे हैं जैसा भरोसा वो ऑस्ट्रेलिया और भारत में दिखा रहे थे। अगर वो ऑस्ट्रेलिया में खेल रहे होते तो उनका जल्दी रन बनाना का तरीका मददगार नजर आयेगा, हालांकि अब इंग्लैंड में ऋषभ पंत को अपनी मानसिकता में थोड़ा बदलाव करना होगा और इंग्लैंड की परिस्थितियों को सम्मान देते हुए पिच पर समय बिताना होगा।'
क्रीज पर ज्यादा समय बिताने की जरूरत
गौरतलब है कि ऋषभ पंत ने इंग्लैंड के दौरे पर ही 3 साल पहले अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी, पंत ने इस दौरे पर खेले गये सीरीज के आखिरी मैच में शतक भी लगाया था। इस साल भारतीय टीम को जब भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है उस वक्त पंत टीम के संकटमोचक बनकर सामने आये हालांकि इंग्लैंड दौरे पर वो ऐसा कर पाने में नाकाम रहे हैं। प्रसाद का मानना है कि इस बल्लेबाज को फॉर्म में आने के लिये क्रीज पर समय बिताने की दरकार है।
उन्होंने कहा,'अगर आप पंत के पिछले इंग्लैंड दौरे की बात करें जिसमें उन्होंने रन बनाये थे तो उन्होंने पिच पर काफी समय बिताया था। तो मुझे पूरा विश्वास है कि टीम मैनेजमेंट और बल्लेबाजी कोच भी इस समय पंत से यही लाइनें कह रहे होंगे। उन्हें जल्द बदलाव करने की जरूरत है। मध्यक्रम में पंत का रोल टीम के लिये काफी अहम है, खास तौर से तब अगर भारत सीरीज जीतने की ओर देख रहा है।'